Modi Nomination:- बटुकों ने 101 शंखों के माध्यम से शंखनाद किया और पीएम को विजयी भव: का दिया आशीर्वाद।
पीएम मोदी के रोड शो में कई अद्भुत नजारे देखने को मिले। शहर की ह्रदय स्थली कहा जाने वाला गोदौलिया चौराहा तो देखते ही बन रहा था। पूरे सड़क पर केसरिया पट्टों से सजाया गया। साथ ही रंग-बिरंगी लाइटें व झालर मानो कह रही हों कि आपका हार्दिक स्वागत है।
गोदौलिया चौराहे पर बने विशाल मंच पर 251 संस्कृत के बटुकों ने साउंड सिस्टम के द्वारा काफी देर तक वैदिक मंत्रोच्चार का पाठ किया। 101 शंखों के माध्यम से शंखनाद किया और पीएम को विजयी भव: का आशीर्वाद दिया।
मंच के व्यवस्थापक भाजपा नेता व विप्र समाज काशी के अध्यक्ष डॉ.पवन शुक्ला ने बताया कि तमिलनाडु से आए दल के 11 सदस्यों ने बड़े-बड़े तुरही (एक अलग प्रकार का वाद्य यंत्र) बजाकर मोदी का स्वागत किया। यहां पर गंगा आरती की भी झलक दिखी। जिसमें सुबह ए बनारस के सात विद्यार्थियों ने आरती की।
काशी में दिखा अयोध्या सरीखा माहौल
वाराणसी। प्रधानमंत्री के रोड शो के दौरान सोमवार की शाम बाद लंका से श्री काशी विश्वनाथ धाम तक अयोध्या सरीखा माहौल दिखा। काशीवासी परंपरा अनुसार हर हर महादेव का उद्घोष करते हैं। मगर, प्रधानमंत्री के रोड शो में उमड़ी भीड़ पहले जय श्रीराम और फिर हर हर महादेव का उद्घोष कर रही थी।
मोदी की गारंटी पर नींबू-मिर्च की माला लगाकर पहुंचे
प्रधानमंत्री के रोड शो में शामिल होने के लिए लंका आए नवीन मिश्रा अपनी स्कूटी के आगे मोदी की गारंटी का पोस्टर लगाकर आए थे। उन्हें पोस्टर पर नींबू और मिर्च की माला लटका रखी थी। नवीन मिश्रा का कहना था कि हम प्रधानमंत्री के काफिले के सबसे आगे चलेंगे। नींबू-मिर्च की माला इसलिए लगा रखे हैं ताकि हमारी काशी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री को किसी की नजर न लगे। वह फिर एक बार प्रचंड बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाएं।
पूर्व दिशा की ओर घूमकर किए गंगा को नमन
लंका पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले बीएचयू के संस्थापक महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इसके बाद पूर्व दिशा की ओर घूमकर उन्होंने जीवनदायिनी गंगा को दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम किया। इसके बाद उन्होंने चारों तरफ मौजूद भाजपा समर्थकों का हाथ जोड़कर और हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
मुस्लिम बहुल इलाकों में दिखा उत्साह
प्रधानमंत्री के रोड शो का काफिला शिवाला और मदनपुरा जैसे मुस्लिम बहुल इलाकों से गुजरा तो लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। सड़क के दोनों तरफ और घर की बॉलकनी, खिड़कियों और छतों से लोग हाथ हिलाकर प्रधानमंत्री का अभिवादन कर रहे थे। प्रधानमंत्री भी सभी का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे।
भीड़ नियंत्रण में सुरक्षाकर्मियों के छूटे पसीने
प्रधानमंत्री को नजदीक से देखने के लिए लंका से विश्वनाथ धाम तक सड़क के दोनों ओर खड़े काशीवासी बेताब नजर आए। हर कोई उन्हें नजदीक से देखना चाह रहा था। बैरिकेडिंग के बावजूद भीड़ में शामिल लोगों का दबाव कुछ इस कदर था कि सुरक्षाकर्मियों को उन्हें नियंत्रित करने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही थी। वहीं, एसपीजी की टीम रास्ते भर इस बात को लेकर चौकन्नी दिखी कि प्रधानमंत्री के वाहन के नजदीक कोई गलती से भी न आ जाए।