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श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर का बुधवार को कलश पूजन किया गया। श्रीरामनवमी मेले की तैयारियों और साज सज्जा के मध्य विधिवत अनुष्ठान के साथ हुए इस कलश पूजन में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र, व्यवस्था प्रभारी गोपाल राव, प्रकल्प प्रमुख जगदीश शंकर आफले सहित एलएंडटी और टाटा कंसल्टेंसी के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
बता दें कि राम मंदिर निर्माण को लेकर निर्माण समिति की समय-समय पर बैठक होती रहती है जिसमें निर्माण कार्य की गुणवत्ता और समय सीमा को लेकर चर्चा की जाती है।
इसके पहले 24 मार्च को हुई बैठक के बाद मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि जो जिम्मेदारी है, उसे पूर्ण करने के लिए लक्ष्य रखा गया है। लगभग नौ माह शेष रह गया है, जो भी निर्माणाधीन कार्य है वह अंतिम चरण में है। मंदिर का निर्माण (जिसमें शिखर भी सम्मिलित है) पूरी आशा है कि अप्रैल माह में पूरा हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि सप्त मंदिर के बारे में अनुमान है कि वह भी कार्य पूर्ण हो जाएगा। मूर्ति भी स्थापित हो जाएगी। जो पीएफसी का कार्य है, वह पहले ही पूरा हो चुका है। अंगद टीला पर सुंदरीकरण पूरा हो चुका है। रामकथा और रामचरितमानस में गिलहरी की महत्ता से भी लोग अवगत हैं।
मिश्र ने कहा कि जिस तरह से कुबेर टीला पर जटायु को स्थापित किया गया है, उसी प्रकार से अंगद टीला पर गिलहरी की एक मूर्ति स्थापित की जाएगी। गोस्वामी तुलसी दास की मूर्ति स्थापित हो चुकी है। अप्रैल माह में इसे श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा। (शिखर कलश पूजन की एक तस्वीर)