हाथरस हादसा- अलर्ट पर 30 से ज्यादा जिलों के डॉक्टर्स और प्रशासन, मुख्यमंत्री योगी ने 24 घंटे के अंदर मांगी रिपोर्ट
मैनपुरी में चिकित्सा तैयारी
हाथरस भगदड़ पर मैनपुरी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर सी गुप्ता ने कहा कि हमें आज कल इस दुखद घटना के बारे में पता चला। हमने हाथरस और जिला अस्पताल में एम्बुलेंस भेजी हैं, डॉक्टरों और पैरामेडिकल टीम को सतर्क कर दिया गया है… 30 बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। अभी तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक सत्संग से कोई भी घायल व्यक्ति यहां नहीं पहुंचा है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां साकार हरि बाबा का सत्संग चल रहा था। सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। भगदड़ में अब तक 116 लोगों की मौत की खबर है। हालांकि यह आंकड़ा अभी बढ़ भी सकता है।
भगदड़ में मारे गए अधिकांश मृतकों की पहचान
उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि मंगलवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदरा राव क्षेत्र में आयोजित एक ‘सत्संग’ के दौरान भगदड़ में मरने वाले 116 लोगों में से अधिकांश की पहचान कर ली गई है। सत्संग में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के साथ ही पड़ोसी राज्यों से भी श्रद्धालु आए थे।
सरकार से अपील
हाथरस भगदड़ पर कांग्रेस सांसद केएल शर्मा का कहना है कि मैं राज्य सरकार से अपील करना चाहता हूं कि अगर इस तरह के आयोजन होते हैं, तो उन्हें तैयारी का भी ध्यान रखना चाहिए और लोगों की उचित सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। मुझे पता चला कि कई महिलाओं की जान चली गई है। परिवार की स्थिति को ध्यान में रखते हुए मुआवजा राशि अधिक होनी चाहिए थी।