हल्द्वानी- खनन सत्र समाप्त,गौला नदी में बंद हुई फावड़े व बेल्चों की खनखनाहट
शुक्रवार को गौला नदी में खनन सत्र समाप्त होते ही फावड़े व बेल्चों की खनखनाहट भी बंद हो गई है। इस खनन सत्र में सरकार को गौला नदी से उपखनिज के रूप में 43.70 करोड़ से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है।
बता दें कि इस वर्ष खनन सत्र में गौला नदी में दिसंबर 2023 में खनन शुरू हुआ था। तब नदी में 37.19 लाख घनमीटर उपखनिज की निकासी का लक्ष्य रखा गया था। वन विकास निगम ने इसे मई के दूसरे सप्ताह में ही हासिल कर लिया था। बाद में सरकार ने नदी में 4.24 लाख घनमीटर निकासी का लक्ष्य और बढ़ा दिया। इसके बाद नदी में 31 मई तक खनन होता रहा। शुक्रवार शाम सात बजे तक गौला नदी से वाहनों से निकासी होती रही। इसके बाद सभी गेट बंद कर दिए गए। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक गौला नदी से 42,19,464 घनमीटर उपखिनज निकासी का लक्ष्य था लेकिन वन निगम ने 41,13,711.60 घनमीटर निकासी का लक्ष्य हासिल किया। 88117.12 घनमीटर निकासी का लक्ष्य शेष रह गया। इस खनन से सरकार को 43 करोड़ 70 लाख 17 हजार 312 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। अब नदी के सभी गेटों पर निकासी बंद कर दी गई है। गौला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी चंदन सिंह अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को खनन सत्र संपन्न हो गया। अब नदी में जाने वाले सभी रास्तों पर खाई खोदने का काम किया जाएगा, ताकि नदी में अवैध खनन न हो सके। उन्होंने बताया कि अवैध खनन की रोकथाम के लिए सचल दल व गश्ती टीम को अलर्ट किया जा रहा है।