शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में सोना 100 रुपये की तेजी के साथ 98,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर पहुंच गया। सोने की कीमतों लगातार उछाल दिखा है। इसी बीच, ऐसी भविष्यवाणी की गई है कि अगले पांच वर्षों में सोने की कीमत 8,900 डॉलर यानी 7,55,600 रुपये तक पहुंच सकती है। लिकटेंस्टीन स्थित निवेश और परिसंपत्ति प्रबंधन फर्म इंक्रीमेंटम की ‘गोल्ड वी ट्रस्ट रिपोर्ट 2025’ में यह बात कही गई है।
सोनी की कीमत 4800 से 8900 डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद
रिपोर्ट के अनुसार सोना लंबे समय के लिए तेजी के दौर में बना हुआ है। मध्यम अवधि में सोने की कीमत 4000 से 5000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है। वर्ष 2030 तक इसकी कीमत 8900 अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की संभावना जताई गई है। रिपोर्ट में बताया गया कि महंगाई के दौर में पीली धातु इस अवधि में कीमत में 8,900 अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की क्षमता रखती है। विशेषज्ञों का मानना है कि 4,800 से 8,900 डॉलर का पूर्वानुमान इस बात पर निर्भर करता है कि अगले पांच साल में महंगाई का कैसा रुख रहेगा। मौद्रिक नीति और भू-राजनीतिक गतिशीलता भी सोने की कीमतों पर प्रभाव डाल सकते हैं।
निवेशकों को ध्यान देने की जरूरत है
रिपोर्ट में यह दावा किया गया कि सोने की कीमतों में तेजी थोड़े समय की बात नहीं है। यह लंबे समय तक चलने वाला रुझान हो सकता है। इसलिए निवेशकों को इस पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। दूसरी ओर, रिपोर्ट में निवेशकों को यह भी सावधानी बरतने के लिए कहा गया है कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव की स्थिति आ सकती है। सोने एक ऐसा निवेश है, जिसमें अकसर तेजी से बदलाव देखा जाता हैं। इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि बताया गया कि वैश्विक बाजार और पारिवारिक कार्यालय अपने पोर्टफोलियो में सोने और कीमती धातुओं को बहुत कम अहमियत देते हैं। वे अपनी पूंजी का केवल 1 प्रतिशत ही इसमें निवेश करते हैं। इसकी तुलना में वे प्राइवेट इक्विटी, रियल एस्टेट (जमीन-जायदाद) और यहां तक कि नकद को भी ज्यादा पसंद किया जाता है।
सोने को लेकर की गई अलग-अलग भविष्यवाणी
हाल ही में, गल्फ न्यूज ने भी सोने की कीमतों में वृद्धि की संभावना जताई। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के चलते निवेशक सोने को सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं। इसके अलावा जेपी मॉर्गन ने भी हाल ही में भविष्यवाणी की है कि सोने की कीमतें 2029 तक 6,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएंगी। इससे कीमतों में 80% की वृद्धि दर्ज होगी, जिससे पीली धातु को मजबूती मिलेगी। इस साल जनवरी से अप्रैल के महीने में सोने की कीमतों में तेजी से उछाल देखने को मिला। इस दौरान सोने की कीमतों में 25% तक की वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि, वैश्विक व्यापारिक तनाव के बीच अप्रैल के बाद से सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई।