उत्तर गोवा के अर्पोरा में ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइटक्लब में हुए भयानक अग्निकांड के मुख्य आरोपी गौरव और सौरभ लूथरा को थाईलैंड से भारत लाया जा रहा है। बैंकॉक में पत्यर्पण की प्रक्रिया पूरी होने के तुरंत बाद दोनों आरोपी भारत के लिए रवाना हो चुके हैं। मीडिया रिपोर्टस में बताया गया है कि लूथरा बंधु दोपहर दो बजे तक भारत पहुंच सकते है। दिल्ली पहुंचते ही लूथरा बंधुओं को गोवा पुलिस अपने हिरासत में लेगी। इसके बाद दोनों आरोपियों को पाटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बता दें कि गोवा के नाइटक्लब में हुए अग्निकांड मामले में 25 लोगों की जान चली गई थी, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया था। ऐसे में लूथरा बंधुओं 10 दिनों बाद भारत लाना पीड़ितों के परिजनों के लिए बड़ी राहत की खबर है।
बैंकॉक एयरपोर्ट पर दिखे लूथरा बंधु
सोशल मीडिया पर जारी हुए कई ऑनलाइन वीडियो में लूथरा बंधुओ को बैंकॉक एयरपोर्ट पर देखा गया। भारत पहुंचने पर उन्हें गोवा पुलिस और अन्य संबंधित अधिकारियों को सौंपा जाएगा और आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले इस मामले में पांच मैनेजर और स्टाफ सदस्य को गिरफ्तार किया जा चुका है। अधिकारियों ने कहा कि आग की जांच और सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के मामलों में सभी जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
एयरपोर्ट पर उतरते ही गोवा पुलिस लेगी हिरासत में
मामले में अधिकारियों ने सोमवार को साफ किया था कि गोवा पुलिस थाईलैंड नहीं जा रही है, बल्कि दिल्ली में ही केंद्रीय एजेंसियों से लुथरा बंधुओं की कस्टडी ली जाएगी। इसके लिए गोवा पुलिस की एक टीम सोमवार देर रात दिल्ली पहुंची। कस्टडी मिलने के बाद सौरभ लुथरा और गौरव लुथरा को मंगलवार देर रात गोवा लेकर जा सकते हैं। इसके बाद उन्हें अंजुना पुलिस स्टेशन ले जाया जाएगा, जहां उनसे आगे पूछताछ होगी। बुधवार को लुथरा बंधुओं को गोवा पुलिस मापुसा अदालत में पेश कर सकती है।
गोवा अग्निकांड, कैसे थाईलैंड भागे लूथरा बंधु?
गौरतलब है कि छह दिसंबर का वो काला दिन, जब उत्तर गोवा के अर्पोरा में स्थित नाइटक्लब ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ में भीषण अग्निकांड की घटना सामने आई। इस हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी। आग की घटना के तुरंत बाद लूथरा बंधु थाईलैंड के फुकेत चले गए थे। इसके बाद उनके खिलाफ इंटरपोल का ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया। भारतीय दूतावास के हस्तक्षेप के बाद 11 दिसंबर को थाई अधिकारियों ने दोनों को हिरासत में लिया और अब आज लूथरा बंधुओं को आज भारत लाया जा रहा है।







