दीपावली सोमवार 24 अक्तूबर को मनाई जाएगी जबकि रविवार 23 अक्तूबर को धनतेरस, यम दीपदान, चतुर्दशी व्रत, छोटी दीपावली एक साथ मनाई जाएगी। गोवर्धन पूजा अन्नकूट का पर्व 26 को और भैया दूज 27 अक्तूबर को मनाया जाएगा। इस बार अमावस्या और सूर्यग्रहण होने के कारण मंगलवार 25 अक्तूबर को कोई त्योहार नहीं होगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, ऐसा संयोग 27 साल बाद देखने को मिल रहा है।
ज्योतिष पंडित त्रिभुवन उप्रेती ने बताया कि धनतेरस यम दीपदान का शुभ मुहूर्त 23 अक्तूबर को शाम 5:32 बजे से रात 8:04 बजे तक है। नूतन वाहन और खरीदारी का समय सुबह 8:42 से 11:45 बजे तक और उसके बाद 2:07 बजे से शाम 5:35 बजे तक रहेगा। शाम 6:04 बजे से भद्रा प्रारंभ होने के कारण समय शुभ नहीं रहेगा। उन्होंने बताया कि उसी दिन छोटी दीपावली पूजन पूरा समय शुभ रहेगा। 24 अक्तूबर को महालक्ष्मी पूजन व्रत एवं पूजा मुहूर्त शाम 5:30 बजे से रात 8:45 बजे तक श्रेष्ठ योग बन रहा है। महानिशाकाल पूजन द्वितीय योग रात्रि 9:32 बजे से रात 12:23 बजे तक और सिंह काल पूजा मुहूर्त रात्रि 1:20 बजे से तड़के 3:39 बजे तक रहेगा। ज्योतिषाचार्य आंवलेश्वर महादेव मंदिर के महंत के अनुसार, 24 अक्तूबर 1995 को ऐसा संयोग हुआ था। तब दीपावली एक दिन पहले 23 अक्तूबर को मनाई गई थी।
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सूर्यग्रहण 25 अक्तूबर को रहेगा
दीपावली के अगले दिन 25 अक्तूबर को खंडग्रास-ग्रस्तास्त सूर्यग्रहण होने की वजह से इस दिन कोई त्योहार औपचारिक रूप से नहीं मनाया जाएगा। यह ग्रहण भारतवर्ष सहित मध्य पूर्व, पश्चिम एशिया आदि स्थानों पर दिखाई देगा। इसका सूतक प्रभाव प्रात: काल इसी दिन 4:28 बजे से शुरू हो जाएगा। भारतीय स्टैंडर्ड टाइम के अनुसार सूर्यग्रहण क्रांति मालिन्य के साथ दोपहर 2:28 बजे से शुरू होगा और शाम 4:28 बजे स्पर्श होगा। शाम 5:29 बजे सूर्यास्त के साथ ग्रहण समाप्त हो जाएगा।
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