Courtship: अपनी ही पत्नी की हत्या कर 30 किलो नमक डाल गड्ढे में दबाया, फिर ऊपर से बो दिया चारा |
गाजियाबाद
मोदीनगर में हत्या की एक वारदात सामने आई है जिसे सुनकर सब हैरान है। एक शख्स न अपनी ही पत्नी की हत्या कर दी और फिर उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए ऐसी तरकीब खोजी जिससे पुलिस भी शव न ढूंढ पाए। हालांकि हर अपराधी कुछ न कुछ ऐसा करता है जिससे उसका राज जरूर फाश होता है और यही इस शख्स के साथ भी हुआ। हालांकि वह पुलिस को यकीन दिला चुका था कि उसकी पत्नी कहीं चली गई है लेकिन युवक के ससुराल वालों ने उसका खेल बिगाड़ दिया।
मोदीनगर के फजलगढ़ गांव में 24 जनवरी से लापता बताई गई अंजू (32) का शव उसके पति दिनेश (35) की निशानदेही पर बृहस्पतिवार को बरामद हुआ। इसी के साथ सनसनीखेज खुलासा हुआ कि दिनेश ने ही घर में गला घोंटकर उसकी हत्या की थी।
पत्नी किसी और युवक से प्रेम करती थी। उसे यह बर्दाश्त नहीं था। इसलिए, उसकी जान ली। उसने पूछताछ में बताया कि एक फिल्म में उसने देखा था कि अगर शव न मिले तो पुलिस कार्रवाई करने में बेबस हो जाती है। इसलिए, उसने शव को ठिकाने लगाने के लिए नई तरकीब अपनाई।
ठेले पर सब्जी बेचने वाले दिनेश ने पुलिस को बताया कि 25 की सुबह चार बजे हत्या के बाद वह शव को 200 मीटर कंधे पर लादकर ले गया था। उसे गन्ने के खेत के बराबर में नाले के पास फावड़े से चार फुट गहरा गड्ढा खोदकर उसमें दबा दिया।
शव को गलाने के लिए 30 किलो नमक डाल दिया। फिर मिट्टी डालकर गड्ढा बंद किया। इसके बाद उस पर बाजरे के बीज बो दिए ताकि पौधे आने पर गड्ढा ही नजर न आए। कोई जानवर गड्ढा न खोद दे, इसलिए उसके चारों ओर लोहे के कंटीले तार लगा दिए थे।
इस पर भी डर बना रहता था कि कोई वहां पहुंच न जाए। इसलिए, वह दिन में छह बार निगरानी करने के लिए जाता था। साजिश यह थी कि बाजरे की फसल आने पर वहां गड्ढा नजर नहीं आएगा। फसल बड़ी होने तक शव गड्ढे के अंदर नमक से गल जाएगा। उसने आसपास के लोगों से कह दिया था कि पत्नी का किसी से प्रेम प्रसंग था। उसे लग रहा है कि वह उसके साथ चली गई है।
दिनेश ने बताया कि 25 जनवरी की सुबह चार बजे वह ठेला लेकर मंडी से सब्जी लाने के लिए निकला। पत्नी गेट बंद करने के लिए आई थी। उससे गेट खुलवाया और गला घोंटकर हत्या कर दी।
शव को पशुओं के चारे के बीच में रख दिया था। इसके बाद वह ठेला लेकर निकल गया ताकि किसी को उस पर शक न हो। उसने पूरे दिन सब्जी बेची। हत्या के 20 घंटे बाद रात को अंधेरे में वह शव को कंधे पर लादकर नाले के पास ले गया था। साजिश के तहत चार दिन बाद 29 जनवरी को उसने पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट भोजपुर थाने में दर्ज करा दी थी।
अंजू की हत्या का राज तब खुला जब बुधवार को उसके मायके से मां राजेश और अन्य लोग भोजपुर थाने पहुंचे। उन्होंने शक जाहिर किया कि अंजू के लापता होने में दिनेश का ही हाथ है। उससे पूछताछ की जानी चाहिए।
उन्होंने यह भी बताया कि अंजू का दिनेश से कई बार झगड़ा हो चुका था। इस पर पुलिस ने दिनेश से सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या करने की बात कुबूल कर ली। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने गड्ढा खोदवाकर शव बरामद कर लिया।