कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद रविवार को भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुंचीं। अनीता आनंद के इस दौरे से दोनों देशों के रिश्तों में बेहतरी होने की उम्मीद की जा रही है। खासकर व्यापार के क्षेत्र में दोनों देश सहयोग बढ़ा सकते हैं। अनीता आनंद के भारत दौरे को लेकर कनाडा के राजनीतिक विशेषज्ञ क्लाइड निकोल्स का कहना है कि ‘जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में हमने जो देखा है, उससे यह थोड़ा अलग होगा। ट्रूडो सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि हर देश के साथ व्यापारिक संबंधों के मामले में विचारधारा को प्राथमिकता देते थे। उनका नजरिया थोड़ा अलग था और मार्क कार्नी के कार्यकाल में, हम थोड़ा बदलाव देखेंगे।’
अनीता आनंद के दौरे से दोनों देशों के रिश्ते होंगे बेहतर
अनीता आनंद के भारत दौरे पर दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग, व्यापार, ऊर्जा और सुरक्षा के मुद्दे पर बातचीत हो सकती है। मई में विदेश मंत्री बनने के बाद अनीता आनंद का यह पहला भारत दौरा है। भारत में वे वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगी। भारत दौरा पूरा करके अनीता आनंद सिंगापुर और चीन का भी दौरा करेंगी। अनीता आनंद के भारत दौरे से कुछ हफ्ते पहले ही कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नताली ड्रुइन ने भी भारत का दौरा किया था। इससे पहले जून में हुए जी7 सम्मेलन में पीएम मोदी की कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से मुलाकात हुई थी।








