मौसम का बड़ा अलर्ट: जाते हुए मानसून के चलते फिर आने वाली है बड़ी आफत? रेगिस्तानी इलाकों से लेकर पहाड़ों के लिए बड़ा अलर्ट
पूरे देश में मानसून की एक बार फिर से अलग-अलग इलाकों में सक्रियता आ गई है। जाते हुए मानसून की इस सक्रियता के चलते देश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश से बड़ी आफत आ सकती है। इसमें गुजरात और राजस्थान के रेगिस्तानी इलाकों में बाढ़ से लेकर पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन से क्लाउड बर्स्ट का खतरा बना हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार से लेकर अगले सोमवार तक अलग अलग इलाकों में तेज बारिश का अनुमान है। दरअसल सोमवार रात से लो प्रेशर का माहौल बना हुआ है। इसके चलते ही अगले कुछ दिनों एक अचानक मौसम में तब्दीली देखे जाने का अनुमान लगाया जा रहा है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले एक सप्ताह के भीतर राजस्थान और गुजरात के रेगिस्तानी इलाकों में तेज बारिश का अनुमान बन रहा है। विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा के मुताबिक नॉर्थ वेस्ट के समुद्री इलाओं में लो प्रेशर का एरिया बन रहा है। इसके चलते अगले कुछ दिनों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश का माहौल बन रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि शुरुआत में उत्तरी राजस्थान के हिस्से में तेज बारिश हो सकती है। जबकि इसी राज्य के हिस्सों खासकर पश्चिमी हिस्से में भी इसी सप्ताह के आखिर में तेज बारिश हो सकती है। यह इलाका रेगिस्तानी इलाका है।
गुजरात के अलग अलग हिस्सों मे भी तेज बारिश के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक, सिर्फ राजस्थान ही नहीं बल्कि गुजरात के अलग अलग हिस्सों मे भी तेज बारिश के हालात बन रहे हैं। इसमें सौराष्ट्र के इलाके में तेज बारिश और हवाओं की दशाएं बन रहीं हैं। विभाग के मुताबिक कच्छ के रेगिस्तानी इलाकों में बाढ़ जैसी परिस्थितियां बन रहीं है। दरअसल बीते सप्ताह भटकी हुई हवाओं के चलते गुजरात और राजस्थान में तेज बारिश शुरु हुई थी। इस वजह से इस इलाके में बारिश के चलते भारी नुकसान और तबाई मच गई है। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक इस सप्ताह भी इन इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है। इस वजह से संबंधित राज्य में मौसम का अलर्ट जारी किया गया है।
दिल्ली और एनसीआर में तेज बारिश के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू कश्मीर से लेकर हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश से लेकर हरियाणा समेत देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर में तेज बारिश के आसार बन रहे हैं। विभाग के अनुमान के मुताबिक सेंट्रल पाकिस्तान से बहने वाली हवाएं समुद्री सतह से डेढ़ किलोमीटर ऊपर बह रही हैं। जो कि कम दबाव के चलते इन राज्यों में भारी बारिश की परिस्थितियां बना रहीं हैं। अनुमान यही लगाया गया है कि 5 सितंबर से यह लो प्रेशर बनना शुरू होगा उसके बाद ही इन इलाकों में कहीं तेज तो कहीं कम बारिश होगी।
पहाड़ों पर तेज बारिश के हालात
मौसम वैज्ञानिक अरुण कुमार कहते हैं कि जिस तरह की परिस्थितिया लो प्रेशर की बन रही हैं उससे पहाड़ों पर भी तेज बारिश के हालात बने हैं। इन दशाओं में पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और क्लाउड बर्स्ट जैसी घटनाएं भी देखी जा सकती हैं। कुमार के मुताबिक मंगलवार से लेकर आने वाले सोमवार तक देश के मध्य, पश्चिम और उत्तर पश्चिम के इलाकों में बारिश होगी। इसमें दिल्ली से लेकर एनसीआर और पूर्वी उत्तर प्रदेश के इलाका भी शामिल है।