भोपाल: पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूजा अर्चना के बाद खाली किया एम हाउस,B8-74 यही होगा उनका नया ठिकाना
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास खाली कर दिया। उन्होंने बंगले को खाली करने से पहले मंदिर में पूजा अर्चना की। गौशाला में गौमाता के दर्शन किए। साथ ही मुख्यमंत्री निवास में पदस्थ सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें विदाई दी। अब शिवराज का नया ठिकाना लिंक रोड नंबर-1 स्थित बी8-74 होगा।
शिवराज ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री निवास में रहते हुए कई विकास कार्य किए। आने वाले समय में भी प्रदेश में खूब विकास कार्य किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 18 साल में प्रगति और प्रकाश जन कल्याण का इतिहास रचा गया है। आज आनंद और प्रसन्नता के साथ सीएम आवास से जा रहा हूं। उन्होंने मुख्यमंत्री यादव और उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि वह प्रदेश को खूब ऊंचाईयों तक ले जाएं। सीएम की पत्नी साधना सिंह ने कहा कि बंगले से उनकी कई यादे जुड़ी हैं। शिवराज अपने परिवार के साथ एक कार में बैठकर रवाना हुए। कार को बड़े बेटे कार्तिकेय चला रहे थे।
पूर्व सीएम शिवराज अपने आवास में शिफ्ट होने से पहले पूजा अर्चना किया। उनके प्रवेश पर पत्नी साधना ने तिलक लगाकर उनका स्वागत किया। पूर्व सीएम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जब वह सांसद थे, तब भी उनको यह घर आवंटित था। उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय महामंत्री रहते हुए भी काम किया। उन्होंने कहा कि यहा पर रहकर भी जनता के लिए खूब काम किया। आगे भी यहां रहकर जनता की सेवा का महायज्ञ खूब चलता रहेगा।
उन्होंने कहा, कार्यकर्ता के रूप में पार्टी जो जिम्मेदारी सौंपेगी उसे करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि एक जवाबदारी गर्व के साथ पूरी करके आया हूं। आनंद का क्षण है। प्रदेश को विकास और प्रगति की इतनी ऊंचाईयों पर ले गए हैं कि मन आत्मसंतोष से भरा हुआ है। एक नहीं अनेक योजना लाड़ली बहना योजना भी शामिल है। हम अपनी बहन बेटियों के लिए योजना बना पाएं। उसका भी आत्मसंतोष है। अब नई सरकार हमारी मोहन यादव जी के नेतृत्व में आगे बढ़ाएगी। हां, पुराने लोगों से मिलकर थोड़े जरूर भावुक थे। क्योंकि सीएम आवास में इतने लंबे समय तक रहे तो साथ काम करने वाले गले भी मिले, हाथ भी मिलाए। फोटो भी खिंचवाएं, अब यहां से सेवा, प्रगति और विकास की ओर पार्टी के काम का नया अध्याय शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि भाई और मामा परमानेंट हैं।