राममंदिर निर्माण की गति एक बार फिर तेज हो गई है। दीपावली व छठ पर्व पर छुट्टी पर गए मजदूर व कारीगर लौट आए हैं। बुधवार से निर्माण कार्यों की गति बढ़ा दी गई है।
राममंदिर के शिखर सहित परकोटा, सप्तमंडपम व शेषावतार मंदिर के निर्माण का काम एक बार फिर गति पकड़ने लगा है। बताया गया कि लगभग 1800 मजदूरों ने काम शुरू कर दिया है। दीपावली व छठ पर्व के अवसर पर मजदूर व कारीगर छुट्टी पर चले गए थे जिसके चलते पखवाड़े भर से राममंदिर निर्माण की गति प्रभावित थी, अब मजदूर लौट आए हैं।
राममंदिर के शिखर निर्माण का काम तेज कर दिया गया है। शिखर की आठवीं लेयर ढाली जा रही है। इसके अलावा सप्तमंडपम के सात मंदिरों का काम भी तेज कर दिया गया है। वहीं शेषावतार मंदिर की नींव का काम पूरा होने के बाद स्ट्रक्चर का काम भी प्रारंभ कर दिया गया है।
ट्रस्ट की ओर से बताया गया कि राममंदिर के प्रथम व दूसरे तल पर लगने वाले दरवाजों को स्वर्ण जड़ित करने की तैयारी भी की जा रही है। हैदराबाद के कारीगर इन दोनों तल के दरवाजों को आकार दे रहे हैं। दरवाजों की माप ली जा चुकी है, पहले इन पर तांबे की परत चढ़ाई जाएगी फिर सोना जड़ा जाएगा।
राममंदिर के गर्भगृह के सभी दरवाजे पहले से ही स्वर्णजड़ित हैं। राममंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि छुट्टी पर गए मजदूर लौट आए हैं, काम की गति तेज हो गई है। परकोटा सहित अन्य निर्माण के लिए दो शिफ्टों में आठ-आठ घंटे मजदूर काम कर रहे हैं।