Ayodhya: महाराष्ट्र सरकार ने लगाई रामलला के दरबार मे हाजरी,महाराष्ट्र के सीएम-डिप्टी सीएम पहुंचे रामलला के दर्शन करने
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या पहुंच गए हैं। उनके साथ महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस भी अयोध्या आए हैं। लखनऊ से अयोध्या के लिए रवाना होते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘भगवान राम का आशीर्वाद हमारे साथ है और इसलिए हमें धनुष और तीर का प्रतीक मिला है।’ महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि आज रामलला के दर्शन के लिए मैं अयोध्या जा रहा हूं। मैं राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़ा रहा हूं। सभी कारसेवाओं में मैं उपस्थित रहा हूं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे रविवार को पूर्वान्ह राम नगरी पहुंचे। सरयू तट पर बने अस्थाई हेलीपैड पर हेलीकॉप्टर से उतरते ही हजारों की संख्या में मौजूद समर्थकों ने अपने नेता का जमकर स्वागत किया। यहां से वे कुछ ही फासले पर स्थित महंत रामचंद्र दास परमहंस की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने गए।
इस मौके पर उनके साथ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एवं उनके सांसद पुत्र श्रीकांत शिंदे सहित महाराष्ट्र सरकार के अनेक मंत्री भी थे। यहां महंत रामचंद्र दास परमहंस के शिष्य आचार्य नारायण मिश्र ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उनके सहयोगियों को उत्तरीय भेंट कर उनका स्वागत किया। मंदिर आंदोलन के अग्रणी नायकों में शुमार रहे महंत रामचंद्र दास परमहंस के प्रति आस्था अर्पित करने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का काफिला राम जन्मभूमि की ओर उन्मुख हुआ।यहां से मुख्यमंत्री शिंदे पैदल ही समर्थकों के साथ आगे बढ़े। बाद में गाड़ियों के काफिले के साथ गेट नंबर तीन से राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश किया।
यहां पहुंचने पर सबसे पहले उन्होंने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई। शिंदे के स्वागत के लिए हजारों की संख्या में शिवसैनिक अयोध्या पहुंचे हैं। हनुमानगढ़ी पर शिवसैनिकों में जबरदस्त उत्साह दिख रहा है। एलईडी टीवी के जरिए शिवसेना की उपलब्धियों को प्रसारित किया जा रहा है । यहां बड़ी संख्या में शिवसैनिक महाराष्ट्रीयन भाषा में बज रहे गानों पर जमकर थिरक रहे हैं। और अपने नेता शिंदे की जय जय कार कर रहे हैं।
शिंदे ने रामलला का पूजन अर्चन करने से पूर्व राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का अवलोकन भी किया और रामलला का दर्शन करने के बाद लौटते हुए उनका काफिला बजरंगबली की प्रधानतम पीठ हनुमानगढ़ी की ओर उन्मुख हुआ। इस बीच उनके साथ उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सहित बड़ी संख्या में शिवसेना से जुड़े सांसद, विधायक एवं महाराष्ट्र से आए साधारण कार्यकर्ता शामिल रहे। यहां महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का स्वागत करने वालों में कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कैसरगंज के भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह भी रहे।
हनुमानगढ़ी में भी शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने सिंदे का भव्य स्वागत किया। यहाँ संछिप्त सभा के दौरान अपने उद्बोधन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने राम मंदिर निर्माण के खुशी जाहिर की तथा कहा कि आज बाल ठाकरे का सपना साकार होते देखकर अपार प्रसन्नता हुई है। उन्होंने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कांग्रेस पर भी हमला बोला। यह कहते हुए कि लोग यह आरोप लगाते थे कि मंदिर निर्माण की तारीख नहीं बताएंगे और आज जब मंदिर बन रहा है तो ऐसे सवाल करने वालों को घर का रास्ता भी दिखा दिया गया है । हनुमानगढ़ी दर्शन के बाद शिंदे होटल पंचशील में पत्रकारों से वार्ता करेंगे और यहां कुछ पल विश्राम के बाद सरयू तट स्थित रसिक उपासना परंपरा की शीर्षस्थ पीठ लक्ष्मण किला में संतों का आशीर्वाद लेंगे। सायं वह पुण्य सलिला सरयू के सहस्त्रधारा घाट पर सरयू की महाआरती करेंगे।