
Aero India Show:प्रधानमंत्री मोदी ने एयरो इंडिया शो में भारतीय पवेलियन का किया उद्घाटन,आज का भारत तेज और तुरंत फैसले लेता है-मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेंगलुरु में एयरो इंडिया मेगा शो का वायुसेना अड्डे येलहंका पर उद्घाटन करने के लिए पहुंचे। यहां पीएम ने भारतीय पवेलियन का उद्घाटन किया और कहा कि एयरो इंडिया सिर्फ एक शो नहीं है, बल्कि यह भारत की ताकत है। इससे पहले वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने उद्घाटन समारोह में गुरुकुल फॉर्मेशन का नेतृत्व किया और फाइटर जेट से उड़ान भरी।
आज भारत की संभावनाओं और सामर्थ्य का प्रमाण हमारी सफलताएं दे रही हैं। आकाश में गर्जना करते तेजस विमान ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता का प्रमाण है। 21वीं सदी का नया भारत अब ना कोई मौका खोएगा और ना ही अपनी मेहनत में कोई कसर छोड़ेगा। हम कमर कस चुके हैं। भारत ने बीते 8-9 साल में अपने यहां डिफेंस के क्षेत्र का कायाकल्प कर दिया है। हम अभी इसे केवल एक शुरुआत मानते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हम वर्ष 2024 -25 तक डिफेंस एक्सपोर्ट को 5 बिलियन डॉलर तक ले जाएंगे। भारत अब डिफेंस उत्पादक देशों में शामिल होने के लिए तेजी से कदम बढ़ाएगा।
“आज का भारत तेज सोचता है, दूर की सोचता है और तुरंत फैसले लेता है। एक बात और, भारत की रफ़्तार चाहे जितनी तेज हो लेकिन वो हमेशा जमीन से भी जुड़ा रहता है।”
“आज भारत की संभावनाओं और सामर्थ्य का प्रमाण हमारी सफलताएं दे रही हैं। आकाश में गर्जना करते तेजस विमान ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता का प्रमाण है। 21वीं सदी का नया भारत अब ना कोई मौका खोएगा और ना ही अपनी मेहनत में कोई कसर छोड़ेगा। हम कमर कस चुके हैं।”
“भारत ने बीते 8-9 साल में अपने यहां डिफेंस के क्षेत्र का कायाकल्प कर दिया है। हम अभी इसे केवल एक शुरुआत मानते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हम वर्ष 2024 -25 तक डिफेंस एक्सपोर्ट को 5 बिलियन डॉलर तक ले जाएंगे। भारत अब डिफेंस उत्पादक देशों में शामिल होने के लिए तेजी से कदम बढ़ाएगा।”
पीएम मोदी ने कहा कि जब कोई देश नई सोच और नई अप्रोच के साथ आगे बढ़ता है तो उसकी व्यवस्थाएं भी नई सोच के साथ ढलने लगती हैं। आज का ये आयोजन भारत की नई सोच को भी प्रतिबिंबित करता है। आज ये आयोजन केवल एक शो नहीं है, ये भारत की स्ट्रेंथ भी है और भारत की डिफेंस इंडस्ट्री के स्कोप और सेल्फ कॉन्फिडेंस को भी फोकस करता है।
एयरो इंडिया के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह आयोजन एक वजह से बहुत खास है। यह कर्नाटक जैसे एक ऐसे राज्य में हो रहा है जिसे तकनीक की दुनिया में विशेष महारत हासिल है। इस आयोजन से एयरो स्पेस और डिफेंस के क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगे। कर्नाटक के युवाओं के लिए नई संभावनाएं पैदा होंगी।