Post Views: 17,941
पीएम मोदी ने कहा कि हम अपने देश का इतिहास देखें तो सैकड़ों वर्षों की गुलामी, इतने आक्रमण, भारत की सामाजिक संरचना को मिटाने की इतनी क्रूर कोशिशें, लेकिन भारत की चेतना कभी समाप्त नहीं हुई, उसकी लौ जलती रही। कठिन से कठिन दौर में भी भारत में चेतना को जागृत रखने वाले नए-नए सामाजिक आंदोलन होते रहे। भक्ति आंदोलन का उदाहरण हम सभी को पता है। मध्यकाल के उस कठिन कालखंड में हमारे संतों ने भक्ति के विचारों से हमारी राष्ट्रीय चेतना को नई ऊर्जा दी।
उन्होंने कहा कि हमारा शरीर परोपकार के लिए ही है, सेवा के लिए ही है और जब ये सेवा संस्कारों में आ जाती है तो सेवा ही साधना बन जाती है। यही साधना तो हरेक स्वयंसेवक की प्राणवायु होती है। ये सेवा संस्कार, ये साधना, ये प्राणवायु… पीढ़ी दर पीढ़ी हर स्वयंसेवक को तप-तपस्या के लिए प्रेरित कर रही है। ये सेवा साधना हर स्वयंसेवक को निरंतर गतिमान रखती है, ये कभी थकने और रुकने नहीं देती है। हम देव से देश और राम से राग के जीवन मंत्र लेकर चले हैं। अपना कर्तव्य निभाते चलते हैं। इसलिए बड़ा छोटा कैसा भी काम हो, कोई भी क्षेत्र हो… संघ के स्वयंसेवक नि:स्वार्थ भाव से काम करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘लाल किले से मैंने सबके प्रयास की बात कही थी। आज स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश जिस तरह काम कर रहा है, माधव नेत्रालय उन प्रयासों को बढ़ा रहा है। देश के सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें यह हमारी प्राथमिकता है। देश में गरीब से गरीब व्यक्ति को भी अच्छे से अच्छा इलाज मिले, कोई भी देशवासी जीवन जीने की गरिमा से वंचित ना रहे, अपना जीवन देश के लिए दे चुके बुजुर्गों को इलाज की चिंता सताती ना रहे, यह सरकार की नीति है। इसलिए आयुष्मान भारत के कारण आज करोड़ों लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। बीते 10 साल में गांवों में लाखों आयुष्मान आरोग्य मंदिर बने हैं। जहां से लोगों को देश के सर्वश्रेष्ठ डॉक्टरों से टेलीमेडिसिन से कंसल्टेशन मिलता है, प्राथमिक इलाज मिलता है और आगे के लिए सहायता होती है। उन्हें रोगों की जांच के लिए सैकड़ों किलोमीटर दूर नहीं जाना पड़ रहा है।’
उन्होंने कहा कि अगले ही महीने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की जयंती भी है। आज मैं दीक्षाभूमि पर बाबा साहेब को नमन किया है और उनका आशीर्वाद भी लिया है। मैं इन विभूतियों को नमन करते हुए देशवासियों को नवरात्रि और सभी पर्वों की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्र यज्ञ के इस पावन अनुष्ठान में मुझे आज यहां आने का सौभाग्य मिला है। आज चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का ये दिन बहुत विशेष है। आज से नवरात्रि का पवित्र पर्व शुरू हो रहा है। देश के अलग अलग कोनों में आज गुड़ी पड़वा, उगादी और नवरेह त्योहार भी मनाया जा रहा है। आज भगवान झूलेलाल जी और गुरु अंगद देव जी का अवतरण दिवस भी है। ये हमारे प्रेरणापुंज परम पूज्यनीय डॉ साहब की जयंती का भी अवसर है। इसी साल आरएसएस की गौरवशाली यात्रा का 100 वर्ष भी पूरे हो रहे हैं। आज इस अवसर पर मुझे स्मृति मंदिर जाकर पूज्य डॉ. साहब और पूज्य गुरुजी को श्रद्धांजिल अर्पित करने का सौभाग्य मिला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने म्यांमार में आए भूकंप का जिक्र किया। उन्होंने पीड़ितों की मदद के लिए चलाए गए ऑपरेशन ब्रह्मा के बारे में लोगों को बताया। उन्होंने कहा कि भारत सबकी मदद के लिए सबसे पहले तैयार रहता है। तुर्किये में आए भूकंप के बाद भारत ही सबसे पहले मदद के लिए आगे आया था। कही युद्ध की स्थिति हुई तो सिर्फ अपने ही नहीं, दूसरे देशों के लोगों को भी वापस लाने का काम किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “लाल किले से मैंने सबके प्रयास की बात कही थी। आज स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश जिस तरह काम कर रहा है माधव नेत्रालय उन प्रयासों को बढ़ा रहा है। देश के सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें यह हमारी प्राथमिकता है। देश में गरीब से गरीब व्यक्ति को भी अच्छे से अच्छा इलाज मिले, कोई भी देशवासी जीवन जीने की गरिमा से वंचित ना रहे, अपना जीवन देश के लिए दे चुके बुजुर्गों को इलाज की चिंता सताती ना रहे, यह सरकार की नीति है। इसलिए आयुष्मान भारत के कारण आज करोड़ों लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है…बीते 10 साल में गांवों में लाखों आयुष्मान आरोग्य मंदिर बने हैं। जहां से लोगों को देश के सर्वश्रेष्ठ डॉक्टरों से टेलीमेडिसिन से कंसल्टेशन मिलता है, प्राथमिक इलाज मिलता है और आगे के लिए सहायता होती है। उन्हें रोगों की जांच के लिए सैकड़ों किलोमीटर दूर नहीं जाना पड़ रहा है।”
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि स्वयंसेवक आगे बढ़ रहे हैं। ध्येय की एक ही दृष्टि कायम है। समाज के प्रति प्यार है। समाज में हमें हर एक व्यक्ति को दृष्टि देनी है। जीवन में जो दृष्टि आवश्यक होती है, वह जीवन की परिस्थितियों का उत्कृष्ट उपयोग करके अपने जीवन को सार्थक, निरामय और स्वस्थ बनाने में सहायक होती है। यही जीवन की दृष्टि हमें चाहिए। यह दृष्टि सेवा कौन सी है? वह है- एकांत में साधना, एकांत में परोपकार। एक घंटे शाखा में खुद का विकास और इसके बाद 23 घंटे समाज का विकास। अनुकूल परिस्थितियां मिलने के बाद भी, हर सुख-साधन पाने के बाद भी हमें उनका उपयोग करना है। इससे समाज को फायदा होगा। दुनिया को इसका लाभ होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का यह दिन बहुत विशेष है। आज से नवरात्रि का पवित्र पर्व शुरू हो रहा है। देश के अलग-अलग कोनों में आज गुड़ी पड़वा, उगादि और नवरेह का त्यौहार भी मनाया जा रहा है। आज भगवान झूले लाल जी और गुरु अंगद देव का अवतरण दिवस भी है… इसी साल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गौरवशाली यात्रा के 100 वर्ष भी पूरे हो रहे हैं… मैं इन विभूतियों के नमन करते हुए देशवासियों को नवरात्रि और सभी पर्वों की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘यह गर्व की बात है कि आज माधव नेत्रालय की आधारशिला रखी गई है। दृष्टिहीनों को दृष्टि देने से बड़ा कोई ईश्वरीय कार्य नहीं है और यह कार्य संघ के स्वयंसेवक पिछले 30 वर्षों से कर रहे हैं। नागपुर में माधव नेत्रालय विदर्भ और महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि पूरे मध्य भारत के लिए नेत्र रोगों के लिए एक महत्वपूर्ण संस्थान के रूप में उभरेगा। माधव नेत्रालय ने कई लोगों के जीवन को रोशन करने का काम किया है। जब देश में बड़े पैमाने पर नेत्रदान हो रहा है, तो ऐसे संस्थान का होना बहुत जरूरी है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड द्वारा विकसित नागस्त्र-3 कामिकेज ड्रोन सिस्टम को देखेंगे। यह ड्रोन 100 किलोमीटर की दूरी तक के लक्ष्यों को भेद सकता है और इसकी मारक क्षमता 5 घंटे से ज्यादा है। प्रधानमंत्री मोदी जल्द ही सोलर इंडस्ट्रीज का दौरा करेंगे और यहां सोलर प्लांट में मध्यम ऊंचाई और लंबी दूरी के ड्रोन और उच्च ऊंचाई वाले लंबी दूरी के ड्रोन के लिए रनवे सुविधा का उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की आधारशिला रखी। इस दौरान RSS प्रमुख मोहन भागवत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज और स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज भी मौजूद हैं।
विकसित और समावेशी भारत ही आंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विकसित और समावेशी भारत का निर्माण ही भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता डॉ. बी.आर. अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। नागपुर की अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने दीक्षाभूमि पर श्रद्धांजलि अर्पित की, जहां अंबेडकर ने 1956 में अपने अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था। वे दीक्षाभूमि में स्तूप के अंदर गए और वहां रखी आंबेडकर की अस्थियों को श्रद्धांजलि दी।
माधव नेत्रालय भवन की आधारशिला रखी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर में माधव नेत्रालय आई इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर के नए विस्तार भवन माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की आधारशिला रखी। समारोह में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत मौजूद थे। 2014 में स्थापित यह केंद्र नागपुर में स्थित एक प्रमुख सुपर-स्पेशलिटी नेत्र चिकित्सा सुविधा है। इसकी स्थापना दिवंगत आरएसएस प्रमुख माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर उर्फ गुरुजी की स्मृति में की गई थी। इस परियोजना में 250 बिस्तरों वाला अस्पताल, 14 बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) और 14 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर होंगे, जिसका उद्देश्य लोगों को सस्ती और विश्व स्तरीय नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करना है।
दीक्षाभूमि पहुंचकर डॉ. बीआर आंबेडकर को भी श्रद्धांजलि दी
प्रधानमंत्री मोदी ने दीक्षाभूमि पहुंचकर डॉ. बीआर आंबेडकर को भी श्रद्धांजलि दी। यहां डॉ. आंबेडकर ने 1956 में अपने हजारों अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपना लिया था।

प्रधानमंत्री मोदी संघ के स्मृति मंदिर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने संघ के संस्थापक हेडगेवार पुष्पांजलि अर्पित की। इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। अब पीएम मोदी दीक्षाभूमि जाएंगे। इसके बाद वे नागपुर में माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की आधारशिला रखेंगे। वे सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड की गोला-बारूद सुविधा का भी दौरा करेंगे।
मोहन भागवत स्मृति मंदिर पहुंचे
RSS प्रमुख मोहन भागवत स्मृति मंदिर पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज स्मृति मंदिर और दीक्षाभूमि जाएंगे।