पुलिस और प्रशासन की टीम के साथ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने दो स्पा सेंटरों पर छापामारी की। अनियमितताएं मिलने पर दोनों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल प्रभारी लता बिष्ट के साथ स्पा सेंटरों पर छापामारी की। नैनीताल रोड स्थित स्पा सेंटर पर चार महिला कर्मचारियों में से तीन का रिकॉर्ड तो मिला लेकिन एक की नई ज्वाइनिंग होने की बात कही गई। वहीं दूसरे सेंटर पर पहुंचने से पहले ही सारे कर्मचारी गायब हो गए। इस पर आयोग अध्यक्ष ने नाराजगी जताई। दोनों स्पा सेंटरों में अनियमितताएं मिलीं। वहां न रिकॉर्ड दुरुस्त था और न ही नियमों का पालन हो रहा था।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की प्रभारी लता बिष्ट ने बताया कि दोनों सेंटरों में सभी कर्मचारी बिना थैरेपी कोर्स वाले नियुक्त किए गए थे। इस पर आयोग अध्यक्ष के निर्देश पर तत्काल ही दोनों सेंटरों का 10-10 हजार रुपये का चालान किया गया। साथ ही संचालकों के खिलाफ विधिक कार्रवाई के निर्देश भी सिटी मजिस्ट्रेट को दिए गए।
दिल्ली की महिलाएं चलाती हैं स्पा सेंटर, मिलीं कई आपत्तिजनक चीजें
एक स्पा सेंटर के पीछे की ओर निर्माणाधीन हिस्से में जगह-जगह सिगरेट की खाली डिब्बियां और अन्य सामान पड़ा था। इसके साथ ही पिछली तरफ एक बैक गेट भी बना था। दूसरे स्पा सेंटर पर एक कमरे में बियर की केन और बाहर सोफे पर एक बैग मिला। सिटी मजिस्ट्रेट ने जब बैग खंगाला तो उसमें कुछ आपत्तिजनक दवाएं भी मिलीं। इस पर महिला आयोग की अध्यक्ष ने संचालकों का पता किया तो दोनों ही स्पा सेंटरों की संचालक दिल्ली की रहने वाली महिलाएं हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
ये दिए निर्देश –
1-शराब के नशे में पहुंचने वाले व्यक्ति की मसाज नहीं की जाएगी।
2-मसाज करने वाला प्रत्येक कर्मचारी थैरेपी कोर्स किया हुआ होना चाहिए।
3-स्पा सेंटर का रजिस्टर नियमित होना चाहिए और वहां पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति का आईडी कार्ड लेना अनिवार्य होगा।