उत्तराखंड: हिमस्खलन में फंसे 47 मजदूरों को बचाया गया,8 की तलाश जारी, ग्राउंड जीरो पर पहुंचे मुख्यमंत्री धामी

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शुक्रवार को भारत-चीन सीमा पर स्थित सीमांत जिले चमोली के माणा के पास भीषण हिमस्खलन में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन सुबह से जारी है। प्रदेश में आज भी कई जिलों में बारिश के आसार है। वहीं चमोली में हिमस्खलन का खतरा बरकरार है।

 

मुख्यमंत्री धामी पहुंचे जोशीमठ 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जोशीमठ आर्मी हेलीपेड पहुंचे। यहां उन्होंने लाए गए घायलों का हालचाल पूछा। माना में हुए एवलांच के रेस्क्यू ऑपरेशन को ध्यान में रखते हुए आज जीओसी इन सी सेंट्रल कमांड, लेo जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, जीओसी उत्तर भारत एरिया और [डीजीबीआर माना पहुंचने वाले है। मौसम के अनुकूल रहने पर लेo जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, जीओसी इन सी सेंट्रल कमांड, मीडिया को ऑन साइट ब्रीफ करेंगे।

 

एक और मजदूर को लाया गया ज्योर्तिमठ

बर्फ में फंसे एक और घायल मजदूर को ज्योर्तिमठ लाया गया है। अब आठ मजदूरों की तलाश जारी है। सुबह से दस मजदूरों को जवानों ने रेस्क्यू कर लिया है। 47 मजदूर बचाए जा चुके हैं।

हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू के लिए तीन टीमें तैनात

चमोली के माणा में हुए हिमस्खलन को देखते हुए एसडीआरएफ मुख्यालय जौलीग्रांट से अलर्ट जारी करते हुए तीन हाई एल्टीट्यूट रेस्क्यू टीमों को जौलीग्रांट, सहस्रधारा और गोचर में तैनात किया गया। मौसम साफ होते ही टीमों ने हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू उपकरणों के साथ उड़ान भरी। गोचर और सहस्रधारा में आठ-आठ लोगों की दो टीमों और जौलीग्रांट मुख्यालय में बटालियन की दस लोगों की एक टीम को तैनात किया गया है। इन टीमों को सेटेलाइट फोन और बर्फ में रेस्क्यू के लिए जरूरी उपकरणों के साथ तैनात किया गया है। वहीं एसडीआरएफ में अलर्ट जारी किया गया। यदि घायलों को एम्स ऋषिकेश लाया जाता है तो इसके लिए ढालवाला की टीम को अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस महानिदेशक रिधिम अग्रवाल ने कहा कि हाई एल्टीट्यूट रेस्क्यू के लिए तीन टीमों को जरूरी उपकरणों के साथ तैनात किया गया। मौसम ठीक होने पर टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हुई। टीम में दक्ष जवानों को भेजा गया है।

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