प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में 36वें राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ किया। देश में सात साल बाद राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हो रहा है और 36वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन समारोह अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हुआ। इस समारोह में पीएम मोदी ने स्वर्णिम गुजरात यूनिवर्सिटी का वर्चुअल लॉन्च भी किया। यह यूनिवर्सिटी 100 करोड़ से ज्यादा की लागत से बनी है। पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में जुड़ेगा इंडिया.. जीतेगा इंडिया का नारा दिया। गुजरात को पहली बार राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी मिली है। गुजरात के छह शहरों में अलग-अलग प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। ये छह शहर अहमदाबाद, गांधीनगर, सूरत, वडोदरा, राजकोट और भावनगर हैं।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यह खेल की दुनिया में देश के सुनहरे भविष्य का आगाज है। उन्होंने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा स्टेडियम, इतना युवा देश और देश का सबसे बड़ा खेल उत्सव! जब आयोजन इतना अद्भुत और अद्वितीय हो, तो उसकी ऊर्जा ऐसी ही असाधारण होगी। आपकी एक चमक आगाज है खेल की दुनिया में आने वाले सुनहरे भविष्य के लिए। नेशनल गेम्स का यह प्लेटफॉर्म एक नया लॉन्चिंग पैड का काम करेगा। सभी खिलाड़ियों को मेरी तरफ से बहुत-बहुत शुभकामनाएं। मैं यहां के लोगों की भी सराहना करता हूं, जिन्होंने बहुत कम समय में नेशनल गेम्स का आयोजन किया। कल अहमदाबाद में जिस तरह का शानदार, भव्य ड्रोन शो हुआ, वो देखकर तो हर कोई अचंभित है, गर्व से भरा हुआ है। टेक्नोलॉजी का ऐसा सधा हुआ इस्तेमाल, ड्रोन की तरह ही गुजरात को, भारत को नई ऊंचाई पर ले जाएगा।
पीएम ने कहा “सरदार पटेल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में फुटबाल, हॉकी, बास्केटबॉल, कबड्डी, बॉक्सिंग और लॉन टेनिस जैसे अनेकों खेलों की सुविधा एक साथ उपलब्ध है। ये एक तरह से पूरे देश के लिए एक मॉडल है। खेल के मैदान में खिलाड़ियों की जीत, उनका दमदार प्रदर्शन, अन्य क्षेत्रों में देश की जीत का भी रास्ता बनाता है। स्पोर्ट्स की सॉफ्ट पावर, देश की पहचान को, देश की छवि को कई गुना ज्यादा बेहतर बना देती है। इस समय नवरात्रि का पावन अवसर भी चल रहा है। गुजरात में मां दुर्गा की उपासना से लेकर गरबा तक, यहां की अपनी अलग ही पहचान है। जो खिलाड़ी दूसरे राज्यों से आए हैं, उनसे मैं कहूंगा कि खेल के साथ ही यहां नवरात्रि आयोजन का भी आनंद जरूर लीजिए।”
पीएम मोदी ने कहा “सक्सेस स्टार्ट्स विथ एक्शन। आपने जिस क्षण शुरुआत कर दी, उसी क्षण सफलता की शुरुआत भी हो गई। आप लड़खड़ा सकते हैं, गिर सकते हैं और परेशान हो सकते हैं, लेकिन अगर आपने लड़ने का जज्बा नहीं छोड़ा तो सफलता एक-एक कदम करके आपकी तरफ आ रही है। आठ साल पहले भारत के खिलाड़ी 20-25 खेलों को खेलने ही जाते थे। अब भारत के खिलाड़ी करीब 40 अलग-अलग खेलों में हिस्सा लेने जाते हैं। आठ साल पहले तक भारत के खिलाड़ी, सौ से भी कम इंटरनेशनल इवेंट्स में हिस्सा लेते थे। अब भारत के खिलाड़ी 300 से भी ज्यादा इंटरनेशनल इवेंट्स में शामिल होते हैं। हमने स्पोर्ट्स स्पिरिट के साथ स्पोर्ट्स के लिए काम किया। TOPS जैसी योजनाओं के जरिए वर्षों तक मिशन मोड में तैयारी की। आज बड़े-बड़े खिलाड़ियों की सफलता से लेकर नए खिलाड़ियों के भविष्य निर्माण तक, TOPS एक बड़ी भूमिका निभा रहा है। आज फिट इंडिया और खेलो इंडिया जैसे प्रयास एक जन-आंदोलन बन गए हैं। इसीलिए, आज खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा संसाधन भी दिए जा रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा अवसर भी मिल रहे हैं। पिछले आठ वर्षों में देश का खेल बजट करीब 70 प्रतिशत बढ़ा है।
अब देश के प्रयास और उत्साह केवल एक खेल तक सीमित नहीं है, बल्कि ‘कलारीपयट्टू’ और योगासन जैसे भारतीय खेलों को भी महत्व मिल रहा है। मुझे खुशी है कि इन खेलों को नेशनल गेम्स जैसे बड़े आयोजनों में शामिल किया गया है। सभी खिलाड़ियों को मैं एक मंत्र और देना चाहता हूं… अगर आपको जीतना है, तो आपको प्रतिबद्धता और निरंतरता को जीना सीखना होगा। खेलों में हार-जीत को कभी भी हमें आखिरी नहीं मानना चाहिए। ये स्पोर्ट्स स्पिरिट आपके जीवन का हिस्सा होना चाहिए।
कार्यक्रम में पीएम मोदी के अलावा गुजरात के गवर्नर आचार्य देवव्रत, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, राज्य मंत्री हर्ष भाई संघवी और मंत्री सीआर पाटिल भी शामिल हुए। भारतीय ओलंपिक संघ के सचिव राजीव मेहता भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।