उत्तराखंड के कर्णप्रयाग में उमा माहेश्वर आश्रम के पास बंद ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे बुधवार को 27 घंटे बाद वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया। हाईवे मंगलवार सुबह उमा माहेश्वर आश्रम (कर्णप्रयाग) के पास पहाड़ी दरकने के कारण बंद हो गया था।
इस दौरान हाईवे के दोनों तरफ करीब 200 वाहन फंस गए थे। हालांकि मंगलवार को सवारियों की सुविधा को देखते हुए प्रशासन ने रूट डायवर्ट कर दिया था, लेकिन बुधवार सुबह यहां जाम लगने लगा। हाईवे खुला तो सभी वाहन गंतव्य की ओर रवाना हुए।
पहाड़ी क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों तक लगातार बारिश के कारण हाईवे के किनारों की पहाड़ियों और चट्टानों में पानी भर गया था। धूप खिलने के बाद पहाड़ियां दरकने लगीं और बदरीनाथ हाईवे पर मंगलवार को सुबह 8 बजे उमा माहेश्वर आश्रम के पास करीब 50 मीटर भाग में पहाड़ी दरकने से हाईवे वाहनों की आवाजाही ठप हो गया था।
साथ ही कर्णप्रयाग के लिए कालेश्वर से आने वाली पानी लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई थी जिससे नगर में पानी की आपूर्ति बंद रही। दो दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद एनएच ने हाईवे के दोनों तरफ चार जेसीबी के अलावा चट्टान तोड़ने वाली मशीनें लगाईं और बुधवार सुबह करीब 11 बजे पहले हल्के और फिर बड़े वाहनों के लिए हाईवे खोल दिया गया।
हाईवे खुलने की उम्मीद में सुबह से ही हाईवे के दोनों तरफ रुद्रप्रयाग, श्रीनगर, देहरादून, हरिद्वार जाने वाले वाहनों की कतारें लगी रहीं। जो वाहन रात को वहां फंसे थे, उन्होंने अपने वाहनों को वहीं छोड़कर रिश्तेदारों के यहां रात गुजारी। तहसीलदार सोहन सिंह रांगड़ ने कहा कि एनएच की मशीनों की मदद से हाईवे खोल दिया गया है।
छोटे-बड़े सभी करीब 200 वाहनों को रवाना कर दिया गया है। मौके पर मलबा आने की दशा में मशीनों को तैनात किया गया है। वहीं, जल संस्थान के जेई मनमोहन राणा ने कहा कि पेयजल लाइन जोड़कर नगर में पानी की आपूर्ति बहाल कर दी गई है