योगी सरकार आज अपने दूसरे कार्यकाल का चौथा बजट पेश कर रही है। सदन में वित्तमंत्री ने योगी सरकार का रोडमैप रखा। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने आठ लाख, आठ हजार 736 करोड़ का बजट पेश किया है।
सूबे की राजकोषीय स्थिति में सुधार हुआ: खन्ना
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि नीति आयोग, भारत सरकार की ओर से वित्तीय वर्ष 2014-2015 से 2022-2023 तक की अवधि के लिए राज्यों की राजकोषीय स्थिति के संबंध में रिपोर्ट प्रकाशित की गई है, इस रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश को अग्रणी राज्य की श्रेणी में रखा गया है। राजकोषीय स्थिति जो वर्ष 2014 से 2019 की अवधि में 37.0 थी, 2022-2023 में बढ़कर 45.9 हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार, व्यय की गुणवत्ता में व्यापक सुधार हुआ है। वर्ष 2018 से 2023 की अवधि में पूंजीगत व्यय, कुल व्यय के 14.8 प्रतिशत से 19.3 प्रतिशत के बीच रहा।
कानून व्यवस्था, बिजली आपूर्ति में सुधार: खन्ना
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि कानून व्यवस्था, बिजली आपूर्ति में सुधार हुआ है। यूपी में निवेश सारथी, निवेश मित्र, ऑनलाइन प्रोत्साहन लाभ प्रबंधन प्रणाली जैसी डिजिटल सुविधाओं से निवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता आई है, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा है। राज्य में व्यापार करने के लिए अनुकूल माहौल दिया गया है।
‘सड़क एवं रेल नेटवर्क की कनेक्टिविटी बढ़िया हुई’
सुरेश खन्ना ने कहा कि विकसित विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार करने में उत्तर प्रदेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। राज्य में सड़क एवं रेल नेटवर्क की कनेक्टिविटी से उद्योगों एवं मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों को अपना माल भारत एवं विदेशों के बाजारों में भेजने के लिए परिवहन के विभिन्न साधनों की सुविधा मिल रही है।
‘औद्योगिक एवं बुनियादी ढांचे के विकास में प्रगति हुई’
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि हाल के वर्षों में उत्तर प्रदेश में निवेश, औद्योगिक एवं बुनियादी ढांचे के विकास में प्रगति हुई है, उत्तर प्रदेश भारत में सबसे पसंदीदा निवेश स्थल के रूप में उभरा है। राज्य सरकार ने बुनियादी सुविधाओं के लिए विकास कार्य किए हैं। निवेश को लेकर कई नीतियां घोषित की गई है। कारोबारी माहौल में अभूतपूर्व सुधार किया गया है, जिससे प्रदेश की छवि आर्थिक रूप से पिछड़े राज्य से बदलकर एक प्रगतिशील राज्य के रूप में बनी है।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पढ़ी शायरी
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री योगी ने एक तपोनिष्ठ कर्मयोगी की तरह प्रदेश के विकास के लिए काम किया है, उसके बारे में मैं कहना चाहूंगा
”जिस दिन से चला हूं मेरी मंजिल पर नजर है
आंखों ने कभी मील का पत्थर नहीं देखा।”
‘सरकार अपने मिशन को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध’
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रदेश सरकार के संबंधित विभागों की ओर से सेक्टरवार योजना पर कार्य चल रहा है, जिसकी समीक्षा नियमित रूप से की जा रही है। सुचारू नीति कार्यान्वयन, व्यापार को आसान बनाने, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस तथा निवेश आकर्षित करने के लिए विकास के कार्य के समर्पण भाव से किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार राज्य को एक मुख्य निवेश केंद्र तथा देश के ग्रोथ इंजन के रूप में स्थापित करने के अपने मिशन को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना भी है’
उन्होंने कहा कि कुंभ का वर्णन ऋग्वेद और अथर्ववेद में मिलता है। यह भारत की प्राचीन सांस्कृतिक एवं धार्मिक अक्षुण्णता का परिचायक है। कुंभ मात्र एक धार्मिक, सांस्कृतिक मेला ही नहीं है, यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना भी है। प्रयागराज में आयोजित होने वाले कुंभ के विषय में पुराणों का यह श्लोक मैं पढ़ना चाहूंगा
“मेष राशिगते जीवे मकरे चन्द्रभास्करौ।
अमावस्या तदा योगः कुम्भख्यस्तीर्थ नायके ।।
अर्थात बृहस्पति मेष राशि में तथा चन्द्र और सूर्य मकर राशि में जब आते हैं और अमावस्या तिथि हो तो तीर्थो के नायक प्रयाग में कुम्भयोग होता है।