दिवाली पर घरों की सफाई की परंपरा पुरानी है। ऐसे में सरकार भी कैसे पीछे रह सकती है। केंद्रीय कार्मिक व लोक शिकायत मंत्रालय के अनुसार गांधी जयंती से शुरू किए गए विशेष स्वच्छता अभियान में रद्दी व कबाड़ बेचकर करीब 40 करोड़ रुपये कमा लिए। इन फाइलों की छंटाई से आठ लाख वर्गफीट जगह भी खाली हो गई।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक विशेष समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गांधी जयंती दो अक्तूबर से शुरू किए गए विशेष स्वच्छता अभियान के तहत कुल 15 लाख 23 हजार 464 फाइलों में से 13 लाख 73 हजार 204 से अधिक फाइलों की छंटाई की गई।
इस विशेष अभियान के दौरान अस्थायी प्रकृति की फाइलों की पहचान की गई और उन्हें हटा दिया गया। कार्य स्थलों पर सफाई में सुधार के लिए रद्दी व अन्य भंगार सामग्री और बेकार की वस्तुओं को बेच दिया गया। विभाग द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि पीएम मोदी द्वारा शुरू किया गया ‘स्वच्छ भारत मिशन’ देश में जन आंदोलन बन गया है। मंत्री सिंह ने आगे भी इस अभियान को जारी रखने का वादा किया ताकि कार्यस्थलों को स्वच्छ, स्वच्छ और अव्यवस्था मुक्त बनाया जा सके।
30 दिन में 2,91,692 शिकायतों का निराकरण किया गया
केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों/विभागों में डीएआरपीजी के नोडल विभाग के तहत दो अक्तूबर से 31 अक्तूबर तक लंबित मामलों के निपटान के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि 3,28,234 लोक शिकायतों के लक्ष्य के मुकाबले, विशेष अभियान के तहत 30 दिनों में 2,91,692 शिकायतों का निराकरण किया गया। सांसदों द्वारा भेजे गए 11,057 मामलों में से 8,282 का समाधान किया गया। इस दौरान 834 नियमों और प्रक्रियाओं में से 685 को सरल बनाया गया।