
जम्मू संभाग के पुंछ जिले में सुरनकोट मुठभेड़ में सेना के पांच जवान शहीद हो गए हैं। आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच अभी मुठभेड़ जारी है। चार से पांच आतंकी घिरे हुए हैं। बता दें कि सेना को रविवार देर रात इनपुट मिला कि सुरनकोट में आतंकी मौजूद हैं। सेना की टुकड़ी ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया। लेकिन मौसम बाधक बन गया। जिसके बाद तड़के सुरक्षाबलों ने फिर से अभियान शुरू किया।
सूत्रों का कहना है कि इसी दौरान पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने अंधाधुंध गोलाबारी शुरू कर दी। गोलाबारी में एक जीसीओ और चार जवान घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही अतिरिक्त बल बुलाया गया। फिलहाल मुठभेड़ जारी है और आतंकियों का समूह सुरक्षाबलों के घेरे में है। सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर सोमवार सुबह भारतीय सेना ने पुंछ के सुरनकोट क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू किया था। इसी दौरान मुठभेड़ में एक जेसीओ और चार जवान घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
सूत्रों की माने तो पुंछ के डीकेजी(डेरा की गली) सेक्टर से होते हुए पीर की गली पार कर दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले में दाखिल होकर घाटी की ओर जाने की फिराक में थे। जिसके बाद सीमा पार बैठे हैंडलर्स से संकेत मिलते ही आतंकी घाटी में हमलों को अंजाम देते।
इन हमलों में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के साथ ही सुरक्षाबलों को भी निशाना बनाना था। हालांकि खुफिया जानकारी के आधार पर सेना ने इन्हे पहले ही घेर लिया।
गौरतलब है कि सीमा पर संघर्ष विराम के बावजूद पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ और आतंकी गतिविधियाें की कोशिशें जारी हैं। जम्मू-कश्मीर में अशांति और खौफ फैलाने के लिए पाकिस्तान हमले कराने में जुटा हुआ है।
उधर, कश्मीर में सिलेक्टिव किलिंग करने वाले आतंकियों पर बड़ी और कड़ी कार्रवाई की तैयारी चल रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रदेश सरकार से इस नई चुनौती से निपटने पर चर्चा की है। सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों से कश्मीर में सक्रिय आतंकियों का ब्योरा मांगा गया है। पाकिस्तान के इशारे पर कश्मीर में मौजूद कुछ आतंकी युवाओं से पहले सिलेक्टिव किलिंग करवाकर फिर उनको अपने संगठन में शामिल कर रहे हैं।