जिले के बड़े नेताओं द्वारा ठेके लेकर घटिया सामग्री का उपयोग कर कार्य किया जा रहा है गुणवत्ताहीन कार्यो शिकायतों पर विभागीय अधिकारी शिकायतकर्ता को धमकियां देते हैं।
मामला विधायक सुमित्रा कास्डेकर के ग्राम देड़तलाई का है राममंदिर चौराहे से ताप्ती नदी तक जो कि विधायक सुमित्रा कास्डेकर के घर के सामने से गुजरेगा लागत राशि 1.41 करोड़ रुपए हैं इस सड़क का भूमि पूजन वर्ष 2020 में सांसद स्वर्गीय नंदू भैया द्वारा किया गया था पिछले कई दशकों से इस रास्ते के निर्माण की मांग की जा रही थी इस रास्ते पर बारिश के दिनों में इतना कीचड़ और दलदल बन जाता है कि 6 महीने तक बैलगाड़ी भी इस रास्ते से नहीं गुजर पाती है,
ताप्ती नदी के किनारे आदिवासी शमशान एवं मुस्लिम कब्रिस्तान है इसी रास्ते से सैकड़ों किसानों की आवाजाही लगी रहती है, रास्ता नहीं बना होने के कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
वर्तमान में सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है ठेकेदार द्वारा मुरुम की जगह मिट्टी का उपयोग किया कर रहा है।
ग्रामीणों द्वारा इसकी सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतें भी हुई है लेकिन अधिकारी मौका स्थल की जांच ना करते हुए ऑफिस में बैठकर प्रतिवेदन बनाकर शिकायत कर्ताओं को फोन पर धमकाते है पीडब्ल्यूडी विभाग की सविता मैडम शिकायतकर्ता को कहती है आपको दिक्कत है जो सामग्री वहां डल रही है सड़क उसी से बनेगी अच्छी गुणवत्ता की मुरुम के लिए आप खुद खदान ढूंढ कर लाओ वरना जो चल रहा है वह चलेगा हम जांच करने नहीं आएंगे, परेशानी तुम्हे है तुम जांच करते रहो।
जिले में यह कोई पहला मामला नहीं है कई जगह इस तरह घटिया कार्य चल रहे है और विभागीय अधिकारी जाच कर अच्छी गुणवत्ता का काम करवाने के बजाय ठेकेदारों की तरफदारी करते हैं।
लोक निर्माण विभाग के कार्यों में खुलेआम चल रहा है भारी भ्रष्टाचार ।।
