
नाजिया (काल्पनिक नाम) के दिल में शादी के बाद से ही हिंदुस्तान धड़क रहा है, लेकिन हिंदुस्तान की बहू बनने की ख्वाहिशें उसकी आज भी मौन हैं। सालों से नाजिया हिंदुस्तान की नागरिकता के लिए जद्दोजहद कर रही हैं, लेकिन आज तक उन्हें संवैधानिक तौर पर हिंदुस्तान की बहू होने का दर्जा नहीं मिल पाया है।
रुड़की क्षेत्र में नाजिया जैसे ही चार ऐसी हिंदुस्तानी बहुएं हैं, जिन्हें कई साल से संवैधानिक तौर पर बहू बनने का इंतजार है। इनमें से दो महिलाएं ऐसी हैं, जो करीब 26 साल पहले पाकिस्तान से ब्याह कर हिंन्दुस्तान आ गई थीं।
इनके बच्चे भी जवान हो चुके हैं और कई की शादी भी हो चुकी है, जबकि तीन महिलाएं पिछले पांच से छह साल पहले ब्याह कर हिंदुस्तान आई थीं और इनके बच्चे भी हो चुके हैं। ये कई बार आवेदन भी कर चुकी हैं, लेकिन नागरिकता नहीं मिल सकी है