
मुंबई क्रूज शिप पर हुई रेड मामले में राकांपा नेता नवाब मलिक ने एनसीबी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने शनिवार को हुई प्रेसवार्ता में आरोप लगाया कि क्रूज शिप पर 11 लोगों को हिरासत में लिया गया था, जिसमें से तीन लोगों को बिना पूछताछ के छोड़ दिया गया।
नवाब मलिक ने दावा किया कि क्रूज पर हिरासत में लिए गए 11 लोगों में भाजपा नेता मोहित भारतीय का रिश्तेदार ऋषभ सचदेवा भी शामिल था, जिसे बाद में बिना किसी कार्रवाई के छोड़ दिया गया। इसके अलावा रेड में पकड़े गए प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला को भी दो घंटे बाद छोड़ दिया गया था। नवाब मलिक ने सवाल किया कि यह सब किसके इशारे पर किया जा रहा था?
स्वतंत्र तरीके से जांच करे एनसीबी
नवाब मलिक ने कहा कि एनसीबी इस मामले में ठीक तरह से जांच नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि एनसीबी बिना किसी के इशारों में आए स्वतंत्र तरीके के मामले की जांच करे। उन्होंने मांग की कि एनसीबी की छापेमारी की जांच के लिए अलग से एक जांच आयोग बनाया जाए। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखने की बात कही है।
वसूली गिरोह चलाने का आरोप
इससे पहले नवाब मलिक ने मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज पर हुई कार्यवाई को फर्जी बताया था। उन्होंने कहा था कि यह पूरी रेड भाजपा से प्रभावित थी। पार्टी के कार्यकर्ता इसमें शामिल थे। उन्होंने कहा था कि आर्यन खान और दिवंगत नेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी पूरी तरह से पब्लिसिटी स्टंट था। आरोप लगाया कि भाजपा नेता मनीष भानुशाली के साथ मिलकर एनसीबी लोगों को परेशान कर रही है और उन्हें अपने जाल में फंसाकर वसूली गिरोह चला रही है।
वायरल फोटो पर भी उठाए थे सवाल
उन्होंने एक वीडियो भी सार्वजनिक किया था। इसमें रेड के दौरान मनीष भानुशाली और केपी गोसावी एनसीबी टीम के साथ दिखाई दे रहे हैं। आर्यन खान को हिरासत में लिए जाने के बाद एक फोटो भी वायरल हुई थी, जिसमें केपी गोसावी दिखाई दे रहे हैं। एनसीबी ने कहा था कि फोटो वाला व्यक्ति एनसीबी का अधिकारी नहीं है, जिसके बाद नवाब मलिक ने सवाल पूछा कि तो फिर वह वहां क्या कर रहे थे?