कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के बीच पंजाब में बच्चों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। यह खुलासा केंद्र द्वारा कराए गए सर्वे में हुआ है। पंजाब में 30 दिन के आंकड़ों के अनुसार 9.6 प्रतिशत की दर से बच्चों में संक्रमण की वृद्धि हुई है और राज्य संक्रमण दर में शीर्ष पर है। 2 अगस्त से स्कूल खुलने के बाद बच्चों में संक्रमण के ज्यादा मामले देखने को मिले हैं। पंजाब में स्कूल खुलने के बाद अब तक 40 से अधिक विद्यार्थी संक्रमित मिल चुके हैं। लुधियाना के एक स्कूल में कक्षा 11 के 20 से अधिक विद्यार्थियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद स्कूल को 14 दिनों के लिए बंद कर दिया गया था।विशेषज्ञ इन दिनों कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर की चेतावनी दे रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सितंबर के मध्य तक इसकी शुरुआत हो जाएगी। इसकी सबसे बड़ी वजह विशेषज्ञ त्योहारी सीजन और स्कूलों को पूरी तरह से खोले जाने को मान रहे हैं। पंजाब में भी 2 अगस्त से स्कूल खोले जा चुके हैं। ऐसे में स्कूली बच्चों में संक्रमण का खतरा ज्यादा बढ़ गया है।
जुलाई और अगस्त में तेजी से बढ़े मामले
बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए हाल ही में केंद्र द्वारा सर्वे कराया गया, जिसमें यह खुलासा हुआ है कि पंजाब में पिछले कुछ दिनों में बच्चों में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देश के अन्य राज्यों के मुकाबले पंजाब में जुलाई और अगस्त में बच्चों में कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले देखे गए हैं। पंजाब में बच्चों में संक्रमण की संख्या में 9.6 फीसदी का इजाफा हुआ है। बच्चों में बढ़ती संक्रमण दर को लेकर पंजाब सरकार की चिंताएं बढ़ गई हैं।
बंद नहीं होंगे स्कूल
पंजाब सरकार स्कूलों को बंद करने के लिए मना कर चुकी है। सरकार ने ऐहतियात के तौर पर स्कूलों के लिए एक विशेष गाइडलाइन जारी की थी, जिसके अनुरूप ही स्कूलों को खोला जा रहा है। हालांकि केंद्र की सर्वे रिपोर्ट के बाद पंजाब सरकार क्या फैसला लेती है यह देखने वाली बात होगी।