कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुआ आज उत्तराखंड में ईद-उल-जुआ का त्योहार मनाया जा रहा है। लोगों ने घर और मस्जिदों में समिति संख्या में ईद की नमाज पढ़ी और देश में अमन-चैन की दुआ मांगी। इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा गया। वहीं रामनगर में शहर इमाम के साथ ईदगाह में 10 लोगों को नमाज पढ़ी।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने प्रदेशवासियों को विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय को बकरीद की बधाई दी। राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि यह त्याग एवं समर्पण का त्योहार है। यह मानव कल्याण, सेवा एवं जरूरतमंदों की सहायता की प्रेरणा देता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों विशेष तौर पर राज्य के मुस्लिम नागरिकों को बकरीद की बधाई दी है। अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि खुशियों का यह त्योहार सामाजिक एकता को मजबूत करने के साथ ही आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ाता है। मुख्यमंत्री ने कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए त्योहार मनाने की अपील की है।
घरों में पढ़ी जाएगी ईद उल-जुहा की नमाज
बकरीद ईद-उल-जुहा के त्योहार को लेकर सेलाकुई में थानाध्यक्ष सेलाकुई विनोद राणा ने लोगों से त्योहार के दौरान ईद की नमाज अपने-अपने घरों में पढ़ने की अपील की। इस संबंध में अपने-अपने क्षेत्र के लोगों को भी अवगत कराकर जागरुक करने को कहा। उन्होंने कहा कि त्योहार के दौरान कहीं भी भीड़ इकट्ठा नहीं करने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन किया जाए।
कोविड नियम के तहत ईदगाह में नमाज
हरिद्वार के मंगलौर के ईदगाह में शारीरिक दूरी नियम के साथ ईद की नमाज पढ़ी गई, जबकि मस्जिदों में भी कोविड नियम के साथ ईद की नमाज हुई। लोगों ने कपड़ों और खाने के सामान की जमकर खरीदारी की।
ईदगाह और मस्जिदों में पांच लोगों ने पढ़ीं नमाज
हरिद्वार जनपद में ईदगाह व मस्जिदों में मात्र पांच लोगों ने ही नमाज पढ़ी। बाकी लोगों ने घरों में ही नमाज पढ़ी। जनपद की किसी भी ईदगाह व मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की सामूहिक नमाज नहीं हुई।
मुस्लिम समाज के गणमान्य लोगों ने नमाजियों से अपील की है कि ईद-उल-अजहा की नमाज घर पर ही रहकर अदा करें ताकि कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को रोकने में कामयाबी मिल सके। वहीं त्योहार के मद्देनजर ईदगाह व मस्जिदों पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल भी तैनात किया गया है।