
विकास भवन सभागार में आज जिलाधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदण्डे की अध्यक्षता में सतत् विकास लक्ष्य एस.डी.जी. कार्ययोजना डाटा इको सिस्टम तथा अनुश्रवण विषय पर कार्यशाला एवं हैंड होल्डिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजन किया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि समस्त विभागों को अपने-अपने कार्यालयों की संचालित योजनाओं से आम जन को कैसे लाभविन्त करें, इसके लिए लक्ष्य निर्धारित होना आवश्यक है। जिससे लोगों को उसका लाभ प्राप्त हो सकेगा। कहा कि 2030 तक उत्तराखंड को एक मॉडल के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 17 विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
जिलाधिकारी डॉ. जोगदण्डे ने आयोजित कार्यशाला में कहा कि बेहतर अधिकारी व कार्यालय वही होता है जो अपने कार्यों के साथ-साथ अपने कार्य का आउटपुट पर भी नजर बनाए रखते है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से लोगों को कैसे लाभविन्त करें, इसके लिए लोगों को जागरूकता व प्रेरित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कृषि तथा उद्यान विभाग के पास प्रतिवर्ष जनपद में कितना अनाज हो रहा था अगले वर्ष के लिए कितना स्टाक रखा गया है की रिपोर्ट होनी जरूरी है। जिससे जनपद में हो रही धान आदि फसल की जानकारी आसानी से प्राप्त हो सकेगी। उन्हें अन्य योजनाओं से भी लाभविन्त करें। जिससे उनकी आय में बेहतर इजाफा मिल सकेगा। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जब तक लोग जागरूक नहीं हो जाते तब तक जनपद के विभिन्न स्थानो में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने शिक्षा के क्षेत्र बेहतर कार्य करने को लेकर कहा कि समस्त विकासखण्डों व तहसील स्तरों में अनाथ, शिक्षा से वंचित, हाई स्कूल अनु उत्तीर्ण व गरीब बच्चों के पठन-पाठन को लेकर एक अलग विद्यालय होना आवश्यक है। जिससे कमजोर बच्चों की शिक्षा दीक्षा बेहतर हो सकेगी।
अपर मुख्य कार्य अधिकारी मनोज कुमार पंत ने कहा कि उत्तराखंड को एक मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रुप गठित कर अगल-अलग विभागों की सम्मिलित किया जाएगा। जिससे वह अपने विभागों की संचालित योजनाओं की जानकारी देकर लोगों को लाभविन्त किया जा सकेगा। कहा कि यह कार्यक्रम ब्लॉक स्तरों भी आयोजित किये जायेंगे। जिससे लोगों को योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।