उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के कांग्रेस में जाने के बाद से धामी मंत्रिमंडल में मंत्री पद की खाली सीट को लेकर सियासी चर्चाएं गरमाने लगी हैं। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह के साथ विधायक उमेश शर्मा काऊ ने दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की तो उमेश को मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं शुरू हो गईं।
हालांकि पार्टी के एक बड़े नेता ने ऐसी किसी भी संभावना से साफ इंकार किया। उनका कहना था कि ये एक शिष्टाचार भेंट थी, जिसमें विधानसभा चुनाव को लेकर बातचीत हुई।
बता दें कि काऊ की कांग्रेस में जाने की चर्चा थी। लेकिन बाद में काऊ ने ही केंद्रीय नेतृत्व का हवाला देते हुए सफाई दी थी कि वह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के घर यशपाल आर्य से बातचीत करने के उद्देश्य से गए थे। इस दौरान ये कयास भी लगाए गए कि केंद्रीय नेताओं ने काऊ को मंत्री पद का आश्वासन देकर पार्टी में रोक लिया है।
मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं तेज हो गईं
शनिवार को जब हरक और काऊ के दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की खबरें आई तों उन्हें मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं तेज हो गईं। इस बीच एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया कर्मियों ने मंत्री बनाए जाने के संबंध में मुख्यमंत्री से सवाल पूछा तो उन्होंने इतना ही कहा कि अब तो सब विभाग सब जगह पहुंच गए हैं, इसके बारे में जो भी निर्णय होगा, बाद में होगा।
पहले कांग्रेस में जाने की चर्चाएं गरमाई
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ को लेकर सबसे पहले तो कांग्रेस में जाने की चर्चाएं गरमाई। दरअसल, जौलीग्रांट हवाई अड्डे से जिस विमान से रावत और काऊ ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी, उसमें नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भी सवार थे।
हालांकि नेता प्रतिपक्ष ने इसे महज एक इत्तेफाक बताया। उन्होंने कहा कि यह संयोग था कि हरक सिंह और उमेश काऊ भी उसी फ्लाइट में थे, जिसमें मैं था।