
कोरोना महामारी से जनता की सुरक्षा के यध्यननजर राज्य में एक हफ्ते के लिए पुनः लॉकडाउन को कुछ ढीलों के साथ लागू किया गया है। जिसमें परचून की दुकानों के साथ ही आवश्यक सेवाओं के उपक्रमों को नियत समय तक खोलने और आम जनता को सुविधाएं उपलब्ध कराने के दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
जहां पहाडों में पिछले माह कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा था जिस कारण यहां भय का वातावरण बन गया था।शासन प्रशासन को सुरक्षा की दृष्टि से बहुत से गांवों को कंटेनमेंट जोन बनाने पड़ गये थे।जिसका फायदा यह हुआ कि आज कोरोना संक्रमितों की तादाद कम हो गई है।
परंतु इसके बाबजूद भी सीमित समय के लिए खुल रहे बैंकों, सरकारी उपक्रमों और दुकानों के बाहर लोगों की शोसल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करती हुई भीड़ आये दिन देखने को मिल रही हैंं।कारण यह है कि आम लोगों में सब्र की कमी है।
लगातार लॉकडाउन के कारण ग्रामीण इलाकों से वाहनों का सीमित तौर पर यातायात के लिए संचालित होना भी हर कहीं बेसब्र भीड़ का सबब भी है।लोगों को घर वापस लोटने की मजबरी भी है।इसको देखते हुए यहां सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि शासन प्रशासन ग्रामीण इलाकों में मोबाइल एटीएम वैन संचालित करे तो बाजारों में इस तरह की अनावश्यक भीड़ होने से बचा जा सकता है।
आज बाजारों में पुलिस ने दुकानों में बेतरतीब भीड़ का चालान काटने के बाद चोकी प्रभारी विनोद चौरसिया ने लोगों,वाहन चालकों व दुकानदारों से अपील की कि कोरोना महामारी से बचने के लिए सरकार की गाइडलाइंसों का पालन अवश्य करें ताकि पुलिस प्रशासन को भी जनता का अनावश्यक चालान करने की जरूरत नहीं पडेगी।