जगतगुरु परमहंस आचार्य ने किया खुद की चिता का पूजन आचार्य पीठ श्री तपस्वी जी की छावनी के पीठाधीश्वर जगद्गुरु परमहंसी आचार्य जी ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के विरोध में पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए एवं दोषियों के ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और वेस्ट बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग को लेकर लगा लिया खुद की चिता उन्होंने कहा यदि 24 मई तक पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया गया तो 25 मई को दिन में 12:00 बजे खुद की चिता में बैठ कर के भारत माता के चरणों में प्रणाम करते हुए देशवासियों से क्षमा मांगते हुए और दुनिया को अलविदा कहेंगे पश्चिम बंगाल के हालात पर उन्होंने कहां कि जिस तरह से मुस्लिम लीग ने 16 अगस्त 1946 को फरमान जारी किया था डायरेक्ट एक्शन डे का जिसमें कोलकाता में हिंदू और सिखों लाखों की संख्या में हत्या की गई थी जिसको कोलकाता किलिंग के नाम से जाना जाता है ममता बनर्जी ने उसी को फिर रिपीट किया है पश्चिम बंगाल में घुस बैठी है और रोहिंग्या मुसलमानों को खुली छूट मिल गई है बहन बेटियों के साथ बलात्कार किए जा रहे हैं निर्दोष जनता का खून बहाया जा रहा है जब मंत्रियों के काफिले पर हमले हो रहे हैं वह भी पुलिस की मौजूदगी में जो आम जनता की स्थिति कितनी भयावह होगी जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है इसलिए संविधान की रक्षा के लिए आवश्यक है कि पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए जैसे ही परमहंस ने खुद की चिता का किया पूजन जनता में हाहाकार मच गया है
अयोध्या जगतगुरु परमहंस आचार्य ने किया खुद की चिता का पूजन
