तालिबान तेजी से अफगानिस्तान के प्रमुख शहरों पर कब्जा जमाता जा रहा है। अब उसके कंधार पर भी कब्जा जमाने की खबरें आ रही हैं। रायटर्स के हवाले से खबर आई है कि तालिबान ने कंधार पर कब्जा जमाने का दावा किया है। इसके अलावा तालिबान अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के भी बेहद करीब पहुंच गया है। तालिबान ने बृहस्पतिवार को रणनीतिक रूप से बेहद अहम 10वीं प्रांतीय राजधानी गजनी पर भी कब्जा कर लिया था। इस बीच, हेलमंद प्रांत की राजधानी लश्करगाह में उसने पुलिस मुख्यालय पर भी कब्जा जमा लिया है। जबकि छह शहरों से तालिबान ने 1,000 से ज्यादा अपराधियों और नशीली दवाओं के तस्करों को छुड़ा लिया है। अफगानिस्तान के एक सांसद, दो अफगान अफसरों ने पुष्टि की है कि तालिबान आतंकियों ने प्रांतीय राजधानी गजनी पर कब्जा कर लिया है। पिछले कई घंटों से यहां भीषण लड़ाई चल रही थी। राजधानी के बाहरी क्षेत्र में अब भी संघर्ष जारी है लेकिन राजधानी में तालिबान अपना झंडा लहरा दिया है। उधर, हेलमंद प्रांत में की राजधानी लश्करगाह में कार बम से हमला कर तालिबान ने पुलिस मुख्यालय पर भी कब्जा जमा लिया है। हेलमंद की सांसद नसीमा नियाजी ने बताया कि मुख्यालय की इमारत पर कब्जे के बाद कुछ पुलिस अफसरों ने तालिबान के आगे आत्मसमर्पण कर दिया है। उधर, तालिबान के कब्जाए छह अफगानिस्तानी शहरों से उसने 1,000 से ज्यादा कैदी छुड़ा लिए हैं। जेल प्रशासन के निदेशक सफीउल्लाह जलालजई ने कहा, इनमें से ज्यादातर को नशीली दवाओं की तस्करी, अपहरण और सशस्त्र डकैती के लिए सजा सुनाई गई थी।
छुड़ाए गए कैदियों में कई तालिबान आतंकी थे
तालिबान ने जिन छह शहरों की जेलों में नशीली दवाओं की तस्करी, सशस्त्र डकैती और अपहरण के दोषियों को तालिबान ने छुड़ाया है उनमें कई तालिबान आतंकी भी थे। कुंदुज में रिहा कराए गए 630 कैदियों में 180 तालिबान आतंकी थे। इनमें से 15 को अफगान सरकार ने मौत की सजा सुनाई थी। निमरोज प्रांत के जरांज शहर से छुड़ाए गए 350 कैदियों में से 40 तालिबान आतंकी थे। हालांकि अफगान सरकार ने कहा है कि आतंकियों को पकड़ने के बाद जेल से छुड़ाए गए सभी कैदी दोबारा पकड़े जाएंगे।