
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी में निकले निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद आज अयोध्या पहुंचे जहां अपने परिवार के साथ भगवान श्री रामलला का दर्शन पूजन किया। निषाद पार्टी के संजय निषाद ने मीडिया से मुखतिब होते हुए कहा कि जब निषाद पार्टी भारतीय जनता पार्टी के साथ 2019 में आई तो आज बिना खून खराबे के शांति से मंदिर बन रहा है और बहुत ही प्रसन्न है हमारा समाज पूरा देश भी प्रसन्न है कि जहां अशांति फैलती थी कि कैसे मंदिर बन रहा है। अब निषाद राज और राम व राम की विचारधारा 2022 में फिर से मोदी और योगी के नेतृत्व में सरकार आएगी और जितनी भारतीय जनता पार्टी निश्चित निर्धारित की है उससे अधिक जीतकर हम देंगे तो वही निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस बार कैबिनेट में भी अहम भूमिका होने का दावा किया है उन्होंने कहा कि इतिहास था कि भगवान श्री राम कि राज्य में कैबिनेट में निषाद राज आए थे। इसलिए पुनः हम लोग 2022 में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा सरकार के साथ आएंगे और रामराज्य स्थापित।
V/0-2-वही सपा बसपा पर निशाना साधते हुए कहा कि 2019 में हाथी लाठी यह तीनों एक हो गए थे। लेकिन डॉक्टर संजय मोदी जी के साथ खड़े हो गए। उसके बाद सपा बसपा मुस्लिम यादव सहित तमाम वर्ग के लोग एकजुट हुए फिर भी यह मछुआरे 160 सीटों पर जो निषाद बाहुल्य है। उसमें 40 सीट लोक सभा के चुनाव में दिया। तो वहीं 2022 में 403 विधानसभा में प्रत्येक विधानसभा में 15 से 20 हजार वोट हमारे हैं। शहरों में नदियों के किनारे लोग बसे हुए जिनके कोई पूछता नहीं था इनकी रोजी रोटी तक छीनी गई। और कांग्रेस ने भी 70 वर्ष तक धोखा दिया इनके आरक्षण की फाइलें गायब कर दी और आज या लोग कांग्रेस का बटन छूना बंद कर दिए। वहीं सपा बसपा में कभी पिछड़ों से लोग निकाले जाते हैं और मायावती स्टे लेती है जबकि हम ऑलरेडी अनुसूचित जाति में सूचीबद्ध है। तो वही दावा किया कि इस बार में पहली बार सदन में पहुंचूंगा तो जितने भी अधिकारी, कर्मचारी देश भर में है। चाहे पुलिस हो या किसी जाने विभाग में उन सभी का स्किल टेस्ट व साइको टेस्ट होना चाहिए कि उसका सोच क्या है समाज के प्रति सेवा भाव है कि पैसा कमाना या अहंकार है इसका टेस्ट करके ही उन्हें अवसर दिया जाए तो शायद समाज को सेवा मिले और फिर वह रामराज वापस आएगा।
V/0-3-वही सजंय निषाद ने कहा कि विपक्ष 30 साल से था लंबा समय था इस दौरान दंगा प्रदेश बना और पूरी तरह जंगल राज था। थाने में कौन सी पोस्टिंग होती थी। कैसे भर्तियां की जाती थी यह सब मालूम है कि लेकिन निषाद पार्टी से कोई एक अधिकारी तक नहीं चुना जाता था स्थानी में 15 दरोगा होते थे 5 हाथी पांच साइकिल और पांच उनके बड़े लोग हो गए लेकिन एक हमारे जाति का सिपाही भी नहीं चुना जाता था लेकिन आज कम से कम दर्जनों अधिकारी इस पारदर्शिता के व्यवस्था में निषाद पार्टी के लोग शामिल हैं बिना भेदभाव के कार्य हो रहा है।गोरखपुर में व्यापारी के साथ हुई घटना पर निंदा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पूरे मामले पर शक्ति बरती, पीड़िता के घर गए उसके मुताबिक जो भी मांगी थी पूरी की गई। वही कहा कि गोरखपुर पीठ एक पवित्र भूमि है उसको कुछ अधिकारी आपवित्र करने की कोशिश किए। उन्हें सस्पेंड किया गया जेल भेजे जाएंगे और सीबीआई जांच हुई है। आगे ऐसी घटना ना हो इसलिए सदन में पहुंचते ही पहली बैठक में पहले वार्ता में या आवाज उठाऊंगा की पहले प्रदेश के अधिकारियों कर्मचारियों का साइको टेस्ट हो तभी उसे समाज की सेवा का अवसर दिया जाए बिना साइको टेस्ट क्यों ऐसे लोगों को ऑफिस में या लाइन में रखा जाए।