
किसी को क्या पता था, कि पलक झपकते ही सब कुछ बदल जाएगा। मासूम सदमे में हैं। अपनों को सुरक्षित देख पाने की तड़प लोगों की आंखों में दिखाई दे रही है।
राजस्थान उदयपुर से एक ही परिवार के 17 लोग चारधाम यात्रा पर आए थे। केदारनाथ दर्शन के बाद बदरीनाथ धाम के दर्शन की लालसा थी। पूरा परिवार साथ जा रहा था। ताकि इस पावन यात्रा को एक यादगार पल में बदल सकें।
हंसी-ठिठोली करते, बच्चों की खिलखिलाहट संग टेंपो-ट्रेवलर में सवार होकर सभी एक धार्मिक यात्रा पर तो चले, लेकिन किसी को क्या पता था कि यह सफर उनकी ज़िंदगी की आखिरी याद बन जाएगा। हादसे के बाद जिला अस्पताल लाए गए घायल बच्चों की चीखें सुनकर हर किसी की आंखें नम हो गईं।
एक नन्हा बच्चा अपने माता-पिता को खोजते हुए लगातार यही कहता रहा– मां… पापा… कहां हो? फिर बोला- बदरीनाथ तुमने ये क्या कर दिया। डॉक्टर और नर्स उसे ढांढस बंधाते रहे, लेकिन उसका मासूम दिल हर पल दरवाजे की ओर ताकता रहा। इस हृदयविदारक दृश्य ने अस्पताल में मौजूद हर शख्स को भावुक कर दिया।
रुद्रप्रयाग जनपद में आज गुरुवार सुबह ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर घोलतीर के समीप एक बड़ा सड़क हादसा हो गया।
बदरीनाथ दर्शन के लिए जा रहे यात्रियों का एक टेंपो-ट्रेवलर अनियंत्रित होकर सीधे अलकनंदा नदी में जा गिरा। वाहन में चालक सहित 19 लोग सवार थे। 17 लोग एक परिवार के थे।
राजस्थान के उदयपुर से एक परिवार के 17 लोग इस वाहन चारधाम यात्रा पर निकले थे। जो केदारनाथ दर्शन के बाद आज सुबह बदरीनाथ दर्शन के लिए निकले थे। हादसे की सूचना पर पुलिस, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। तीन गंभीर घायलों को एयर लिफ्ट किया गया है।