
हिमाचल प्रदेश के कई भागों में झमाझम बारिश का दाैर जारी है। प्रदेश की राजधानी शिमला में भी आज भारी बारिश दर्ज की गई। रुक-रुककर बारिश लगातार जारी है। वहीं बीती रात को पालमपुर में 145.4, जोगिंदरनगर 113.0, नाहन 94.0, बैजनाथ 85.0, पांवटा साहिब 58.4, गोहर 55.0, कांगड़ा 37.4, जोत 30.0, रायपुर मैदान 29.2, अंब 25.6 व कसौली में 22.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। उधर, भारी बारिश के चलते जालंधर-अटारी-मंडी एनएच पर धर्मपुर के पाड़च्छू में निर्माणाधीन पुल के लिए डंप की गई मिट्टी के कारण खड्ड का प्रवाह रुक गया। इससे खड्ड ने झील का आकार ले लिया है। इसमें गासिया माता मंदिर, सराय और श्मशानघाट जलमग्न हो गए। खड्ड का प्रवाह रुकने से कई गांवों को खतरा हो गया है।
वहीं, जनजातीय क्षेत्र लाहौल के उदयपुर उपमंडल के तहत में चौखंग-नैनगार मार्ग अवरद्ध हो गया है। मार्ग पर बीच आने वाले एक नाले का जलस्तर एकाएक बढ़ने से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। इस कारण यहां वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। सड़क बहने से निगम की एक बस भी फंस गई है। लोक निर्माण विभाग ने क्षतिग्रस्त हुई सड़क की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। इसके अलावा चंद्रानदी का जलस्तर बढ़ने से जसरथ गांव के पास झूला टूट गया है और गांव को जोड़ने वाली एक सिंचाई योजना भी ठप हो गई है।
मणिकर्ण घाटी के बलाधी गांव में पार्वती नदी पर बनी अस्थायी पुलिया जलस्तर बढ़ने से बह गई है। पुलिया का एक हिस्सा पूरी तरह से बह गया है। पुलिया के बहने से बलाधी गांव का संपर्क कट गया है। वर्ष 2024 में आपदा के बाद ग्रामीणों ने इसे स्वयं तैयार किया था। गांव की ओर आवाजाही करने के लिए एकमात्र विकल्प था अब ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।