देशभक्ति , राष्ट्रभक्ति व मातृभक्ति मात्र एक इंस्टाग्राम और फेसबुक पर शब्द मात्र बनकर रह गई जो देश के लिए खतरनाक – प्रेममूर्ति कृष्णकांत दास
अयोध्या धाम कश्मीर के पहलगाम में जो यह दुखद घटना हुई है यह मात्र व्यक्ति या प्राणी मात्र की हत्या नहीं यह हमारी मानवता की हत्या हुई है यह हमारे सनातन की हत्या हुई है l हम जिस देश में रहते हैं जहां हम बहुसंख्यक हैं वहां हम यदि सुरक्षित नहीं है और हमको धर्म के नाम पर चिन्हित करके यदि हमको मारा जा रहा है तो यह स्थिति बहुत ही भयावह कर देने वाली है l उक्त बाते प्रेममूर्ति कृष्णकांत दास श्री सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी अयोध्याधाम ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा l उन्होंने कहा कि भारत देश के भविष्य में इसका बहुत ही दुखद परिणाम होगा l मैं देश के उन तमाम युवाओं से निवेदन करना चाहता हूं जो इस आधुनिक युग में रियल छोड़कर रील की दुनिया में जी रहे हैं जिनकी देशभक्ति राष्ट्रभक्ति मातृभक्ति मात्र एक इंस्टाग्राम और फेसबुक पर शब्द मात्र बनकर रह गई है या रील मात्र बनकर रह गई है उन तमाम नौजवानों युवाओं और भारत की युवा तरुणाई से कहना चाहता हूं l अब वक्त आ गया है अब आप जाग जाओ क्योंकि आप सोए हुए नहीं हो व्यक्ति सोया हुआ हो तो उसे जगाया जा सकता है पर जो सोने का नाटक कर रहे हो उसे जगाया नहीं जा सकता है l सत्य सनातन धर्म पर अब एक आंच ना आए इसके लिए हम संपूर्ण भारतवासियों को अब जातियों में नहीं बटना है अब हमको एक होना है और नेक होना है और अपने राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अपने आप को अनंत बलवंत श्री हनुमान जी की तरह बलशाली और विवेकशील बनाना है l अब हमें धरातल पर उतरकर अपनी और अपने भविष्य का चिंतन करते हुए अपने धर्म के प्रति सचेत होकर जागरुक होकर हम सभी को एक होकर अपनी शक्ति का अनुभव करना है क्योंकि भारत वही प्राचीन ऋषि मुनियों का देश रहा है जहां बहुत सारे वीर ऋषि मुनि जन्म लिए और अपने राष्ट्र अपने धर्म के प्रति लड़ते हुए अपने प्राण की आहुतियां दे दिए जिसके परिणाम स्वरूप आज हम सभी सुरक्षित महसूस कर रहे हैं पर यह जो दुखद घटना हुई है बंगाल से लेकर के कश्मीर तक यह एक सूचक है कि आप हमको जागृत होना चाहिए और अपने धर्म अपने राष्ट्र के प्रति ईमानदार होना चाहिए मैं अपील करना चाहता हूं सभी युवा तरुणाइयो से और उनके माता-पिता से आप सभी नित्य अब मंदिर जाये संतो के प्रति एक आस्था स्थापित करें आपकी जो भी इष्ट देव हो उनका पूजन नृत्य करें और अपने बच्चों से करवाये हफ्ते में एक बार सामूहिक सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करें यज्ञ अनुष्ठान के माध्यम से आप सभी एकत्रित होकर के सनातन के प्रति जो आपका कर्तव्य है उसका कर्तव्य पूर्वक निष्ठा पूर्वक निर्वहन करें हम सभी मां भारती के लाल है अब हम सभी एक होकर के अपने राष्ट्र की सुरक्षा के लिए आज से अभी से संकल्प लेते हैं हम सभी अपने मां-बाप का सम्मान करते हुए अपने गुरुजनो का सम्मान करते हुए अपने देश की माटी के लिए अपना कर्ज निभाएंगे और उन तमाम विधर्मियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देने का कार्य करेंगे ताकि आगे से इस प्रकार की दुर्भाग्यपूर्ण घटना की पुनरावृत्ति ना हो l अमर तिरंगा स्वाभिमान का जहां-जहां भी डोलेगा वहां गिरेगा लहू हमारा ।