इंडस्ट्रियल एस्टेट में प्लॉट खरीद-बिक्री में धोखाधड़ी के आरोपों में घिरे पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की जिला कारागार में पहली रात बेचैनी में कटी। रात में करीब एक बजे तक वह कभी उठकर कमरे में टहलने लगते तो कभी सोने का प्रयास कर रहे थे। चश्मा टूटने की वजह से उन्हें देखने और कुछ पढ़ने में दिक्कत आ रही थी।
बुधवार को देर शाम मेडिकल परीक्षण के बाद अमिताभ ठाकुर को देवरिया जिला कारागार भेजा गया। वहां इनके स्वास्थ्य को देखते हुए अस्पताल के एक कमरे में रखने का निर्णय लिया गया। कमरे में जाने के बाद उन्होंने चश्मे के अभाव में देखने में दिक्कत की बात कही। रात में उन्हें भोजन दिया गया। भोजन व दवा खाने के बाद वे काफी देर तक कमरे में ही टहलते रहे। कभी सोने का प्रयास करते रहे तो कभी उठकर टहलने लगते। रात में करीब एक बजे के बाद वह सोए, लेकिन सुबह जल्दी उठ गए।








