
अयोध्या-
अब देश को आंख दिखाना आसान नहीं.
राष्ट्रीय कवि संगम की शहर के सिविल लाइन स्थित एक होटल में आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय बैठक काव्यपाठ के साथ संपन्न हुई।
बैठक के अंतिम दिन देश भर से आए पदाधिकारियों ने बीते दो वर्षों में संगठन के कार्यों के लेखा-जोखा की समीक्षा और आगामी दो वर्ष के कार्यों की रूपरेखा तय की। संगठन की ओर से 23 अक्टूबर को अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाना है। जिसमें राष्ट्रीय कवि संगम से जुड़े 40 देशों के प्रतिनिधि अपनी भाषा में राम की महिमा पर काव्यपाठ करेंगे। बैठक के समापन पर आयोजित कवि सम्मेलन का संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल और राष्ट्रीय महामंत्री के साथ मसौधा ब्लाक प्रमुख अभिषेक सिंह ने सरस्वती चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया।
जाने-माने कवि डॉ. हरिओम पवार ने तालिबान और अमेरिकी साजिश, अफगान के हालात, घाटी में हुए हमलों का मुंहतोड़ जवाब पर अपना काव्यपाठ करते हुए कहा कि अब देश के नेतृत्व को आंख दिखाना इतना आसान नहीं क्योंकि दिल्ली की गद्दी पर मोदी बैठा है। सम्मेलन में दिल्ली की रिचा सिन्हा ने छंद, झारखंड के डॉ. अशोक बत्रा ने हास्य, प्रदेश प्रभारी कमलेश मौर्य मृदु ने ओज तथा उड़ीसा के साखी गोपाल ने गौमाता पर काव्यपाठ किया।
महेश शर्मा, सुमित ओरछा, शिव कुमार व्यास, डॉ. अर्जुन सिसौदिया समेत अन्य ने भी काव्यपाठ किया। आयोजक निरंकार सिंह, राजीव सिंह व अशोक सिंह की ओर से कवियों व अन्य का स्मृति चिह्न देकर सम्मान किया गया। पूर्व विधायक शोभा सिंह, हरिबख्श सिंह, डिप्पुल पांडेय, कृष्ण कुमार पांडेय खुन्नू, मुन्ना सिंह, अर्पिता सिंह, रवि तिवारी, अरुण कुमार द्विवेदी समेत अन्य मौजूद रहे