दून घाटी में आई आपदा में दूसरा सबसे बड़ा हादसा मालदेवता क्षेत्र के फुलेत गांव में हुआ है। यहां पर एक मकान के मलबे में सहारनपुर के छह लोगों के दबे होने की आशंका है। सात घंटों तक पैदल चलकर गांव में पहुंची एसडीआरएफ ने बुधवार पूरे दिन सर्च ऑपरेशन चलाया। बावजूद इसके देर शाम तक किसी को भी खोजा नहीं जा सका।
एसडीआरएफ को भी मैन्युअली मलबा हटाना पड़ रहा
इस गांव में एसडीआरएफ के दल को पहुंचने में सात घंटे लग गए। अंतत: देर शाम जब एसडीआरएफ पहुंची तो वहां बिजली नहीं थी। अंधेरे में खोज अभियान चलाया नहीं जा सका। ऐसे में बुधवार सुबह एसडीआरएफ ने अभियान शुरू किया तो बड़े-बड़े पत्थरों से सामना हुआ। बताया जा रहा है कि ये सब लोग वहां पर एक मकान में थे जिस पर बारिश के कारण मलबा आ गया। वहां पर पांच से छह फीट तक मलबा आया हुआ है। वहां कोई बड़ी मशीन भी नहीं पहुंच पाई तो एसडीआरएफ को भी मैन्युअली मलबा हटाना पड़ रहा है।
ऐसे में पूरे दिन के खोज अभियान के बाद भी देर शाम तक किसी भी व्यक्ति का पता नहीं चल सका। प्रशासन के अनुसार यदि वहां पर खोज अभियान में सफलता नहीं मिलती है तो बड़ी मशीनों को भी पहुंचाने की कोशिश की जाएगी। यहां पर कई दुकानें भी मलबे में ढही हैं।
ये हैं फुलेत में लापता
1- सुरेंद्र (44) पुत्र तेलूराम निवासी मुजफ्फराबाद, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश
2- विकास कुमार (28) पुत्र पलटू राम निवासी मीरपुर, शेरपुर, सहारनपुर
3- श्यामलाल (65) पुत्र फूल सिंह निवासी मीरपुर शेरपुर, सहारनपुर
4- धर्मेंद्र (42) पुत्र ध्यान सिंह निवासी मीरपुर शेरपुर, सहारनपुर
5- मिथुन (39) पुत्र सेवाराम निवासी मीरपुर शेरपुर, सहारनपुर
6- सचिन (36) पुत्र विशम्बर निवासी ग्राम गंदेवाडा, पोस्ट छुटमलपुर, थाना फतेहपुर, सहारनपुर









