आज के यह एक यह एक बड़ी खबर है कि मानवता आज भी जिंदा है इसकी वानगी आज नारायणबगड़ में एक बिमार और असहाय बूढ़ी महिला की मदद करते हुए लोगों को देखा गया। हालांकि बताया जा रहा है कि महिला के लड़के और लड़कियां भी मौजूद है परंतु मालूम हुआ कि इस महिला को बुढ़ापे में सबने दर-दर की ठोकरें खाने के लिए छोड़ दिया।इस महिला की देखभाल और खान-पान सहित बिमारी का इलाज नारायणबगड़ के व्यवसायियों और स्थानीय अच्छे लोग बहुत महीनों से कर रहे थे।
यह बहुत ही सराहनीय और गौर करने वाली दीगर बात है कि नारायणबगड़ में स्थानीय लोगों व पुलिस प्रशासन तथा स्वास्थ्य कर्मियों ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए एक बीमार वृद्ध महिला को उपचार के लिए श्रीनगर भेजने की व्यवस्था की है। असहाय वृद्ध महिला के मददगार बनने वालों की आम लोगों ने तारीफ की है।
पिछले कई महिनों से डुंगरी गांव की प्यारी देवी (70)पत्नी स्वर्गीय शंकरू लाल नारायणबगड़ बाजार में बी मारी की हालत में दर-दर भटकने के लिए मजबूर थी। कुछ दिन पहले इस वृद्ध महिला को सड़क पर अज्ञात वाहन ने कुचल डाला था। जिससे महिला के दोनों पैर बुरी तरह जख्मी हो गए थे। सरकारी अस्पताल नारायणबगड़ के स्वास्थ्य कर्मियों ने भी वृद्धा का लगातार उपचार किया। परंतु अब महिला के पैरों में फ्रैक्चर होने की दशा में उसका इलाज यहां पर होना संभव नहीं था,लेकिन असहाय महिला का आगे हायर सेंटर में इलाज में तीमारदार न होने की समस्याएं खडी हो रही थी। ऐसे में नलगांव निवासी संदीप कुमार सोनी ने महिला को उपचार के लिए श्रीनगर ले जाने का बीड़ा उठाया तो पुलिस चौकी प्रभारी एसआई नवीन सिंह नेगी ने इस नेक काम के लिए आर्थिक मदद दी।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा नवीन चन्द्र डिमरी,फार्मेसिस्ट जगजीत सिंह नेगी ने महिला के इलाज व भोजन की सहायता करते हुए सोमवार को श्रीनगर तक सरकारी वाहन उपलब्ध कराने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।