
आजादनगर में मंगलवार को हुए गैसकांड में कबाड़ी की दुकान में कुछ चूहे भी मरे मिले थे। पुलिस ने मृत चूहे पशुचिकित्सक को सौंपे थे। पशुचिकित्सक ने सील करके इन्हें जांच के लिए आईवीआरआई इज्जतनगर बरेली भेजा है। एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि इन चूहों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से जहरीली गैस का नाम पता चलने की उम्मीद है।
गैस रिसाव कांड में तीसरा आरोपी वीरपाल मूल रूप से हल्दी कलां जिला बरेली (यूपी) का निवासी है। वह पिछले कई सालों से शहर के ट्रांजिट कैंप में किराए पर रह रहा था। पुलिस ने वहां दबिश दी थी लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले वह फरार हो गया था। अब पुलिस दबिश देने के लिए उसके मूल निवास तक पहुंची है। पुलिस का कहना है कि यदि वीरपाल की गिरफ्तारी नहीं होती है तो लोकल कोर्ट से नोटिस लेकर उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
पेयजल निगम को पुलिस ने भेजा कानूनी नोटिस
रुद्रपुर। पुलिस ने सिलिंडर संबंधी जानकारी निकालने के लिए पेयजल विभाग को नोटिस दिया है। जब्त सिलिंडर जल संस्थान की टंकी वाले परिसर से लाना बताया गया है। पेयजल निगम के ईई शिवम द्विवेदी का कहना है कि करीब चार पहले से उनका निगम वहां निर्माण कार्य करवा रहा है लेकिन वहां पर सिलिंडर संबंधी कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ है। हालांकि अब निर्माण कार्य लगभग समाप्त हो चुका है। अभियंता ने बताया कि पानी के उपचार के लिए अब गैस का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। सामान्य तौर पर पानी की सफाई के लिए तरल रूप में सोडियम हाइपोक्लोराइड का इस्तेमाल किया जाता है।
जुटाए जाएंगे साक्ष्य
पुलिस के अधिकारी जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों से जानकारी जुटा रहे हैं लेकिन सिलिंडर संबंधी कोई जानकारी नहीं मिल रही है। एसपी सिटी मनोज कत्याल का कहना है कि यदि उन्हें सिलिंडर पहुंचने की पक्की जानकारी नहीं मिलती है तो पुलिस अपने स्तर पर मामले की जांच करेगी। इसमें पुलिस फोरेंसिक लैब के जरिये जुटाए गए साक्ष्यों की जांच करेगी। साक्ष्यों में पता लगेेगा कि सिलिंडर में भरी गैस का वहां चल रहे निर्माण कार्य से क्या संबंध है। पुलिस के पास सुरक्षित रखे सिलिंडर को साफ कर उस पर बने होलोग्राम से मामले की तह तक पहुंचा जाएगा।