
अयोध्या-
श्रावण मास के अंतिम सोमवार को राष्ट्र वा समाज के कल्याण और हिन्दू देवी देवताओं का समय समय पर अपमान करने वाली अपशक्तियों के समन को लेकर कारसेवकपुरम् में समपन्न हुआ रुद्राभिषेक।
सोमवार की प्रात:से ही भगवान भोलेनाथ के विभिन्न स्वरूपो का आह्वान पंडित इंद्रदेव मिश्र के संयोजन में विधि विधान पूर्वक किया गया।ततपश्चात रुद्राभिषेक भी समपन्न हुआ।
इस अवसर पर वैदिक विद्वानों ने लगातार देश में हिन्दू देवताओं का अपमान करने वाले समाज और धर्मविरोधी तत्वों के कुत्सित मानसिक्ता का अपने सधे मंत्रों से विरोध करते हुए बुद्धि शुद्धि का भी आह्वान किया।
वैदिक आचार्य नारद भट्टारायी.दुर्गा प्रसाद गौतम ने देश के उत्थान हेतु शिव शक्ति के मंत्रों से उनकी पूजा की।
इस दौरान विहिप नेता शरद शर्मा ने कहा भगवान शिव करुणा के सागर हैं,वह लोक कल्याण और समाज सुरक्षा के लिए विष तक का पान कर लिया और नीलकंठ कहलाये। आज हमारे भोलेनाथ और मां काली का गैर धर्मावलंबियों द्वारा घोर अपमान किया जा रहा है। उन्हों ने कहा शिव शक्ति का अपमान करने वालो का हश्र छिपा नही है।शिव शक्ति ने वर्दान भी दिया और लोककल्याण के लिए संहार भी किया। उनका इसारा विगत दिनों एक अंग्रेजी पत्रिका द वीक में भगवान शंकर और काली के अशलील छपे चित्र की ओर था।
उन्हो ने कहा हिन्दू समाज किसी भी गैर धर्मावलंबियों ईष्ट का अपमान नही करता है।बल्कि उनका सम्मान करता आया है।
लेकिन यह सभी हमारे देवी देताओं का अपमान कर समाज में एक दूसरे के विपरीत घृणा का माहोल बनाते हैं।
उन्हों ने कहा आज का अनुष्ठान लोककल्याण करने के सथ ही भ्रष्ट बुद्धि को सद्बुद्धि देनेके लिये हुआ।
पूजन में शिवदास सिंह वीरेंद्र कुमार, राजा वर्मा, आंशूराय,पंडित त्रिपुरारी, वैदिक नितीश, वैदिक रहांणे, राजेंद्र कुमार,बालचंद ,पंडित सत्यम,पवन तिवारी,आनंद कुमार बाबा हजारी लाल,अनिल पांडेय आदि उपस्थित रहे।