नाबालिग पुत्री को अगवा कर 13 दिन तक दुष्कर्म करने की शिकायत पीड़ित पिता ने पुलिस अधीक्षक से की है। आरोप लगाया कि थाना पुलिस ने किशोरी को बरामद तो कर लिया, लेकिन थानाध्यक्ष ने किशोरी का न मेडिकल कराना मुनासिब समझा और न ही आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की। पुलिस की शह मिलने से आरोपी भी जानमाल की धमकी दे रहे हैं।
थाना शमसाबाद क्षेत्र के एक गांव निवासी ग्रामीण ने बुधवार को एसपी को शिकायती पत्र दिया। पीड़ित ने कहा कि तीन अप्रैल को उनकी 16 वर्षीय पुत्री खेतों में शौच करने गई थी। काफी देर तक नहीं लौटी तो उसकी खोजबीन की, लेकिन पता नहीं चला। 11 अप्रैल को उसे जानकारी हुई कि पुत्री को गांव सुल्तानगंज खरेटा निवासी एक युवक अपने साथ ले गया है।
पीड़ित जब युवक के घर गया तो उसके परिजनों ने उसे गालीगलौज करते हुए पीटकर भगा दिया। 15 अप्रैल को पीड़ित ने शमसाबाद थाने में शिकायत की। पुलिस ने पुत्री को बरामद कर ग्रामीण के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने उसका मेडिकल कराना तक मुनासिब नहीं समझा। पुत्री ने घर आकर अपनी मां को बताया कि युवक उसे बहलाकर अपने साथ ले गया था। युवक ने उसके साथ कई बार जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए। धमकी दी कि किसी को बताया तो जान से मार देंगे। थाने में तहरीर के बावजूद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जाएगी। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
थानाध्यक्ष का गैरजिम्मेदाराना बयान
एसओ तरुण सिंह भदौरिया से जब इस संबंध में पूछा तो उन्होंने बताया कि आप मेरे अधिकारी नहीं हैं। मैं आपको इस बारे में कुछ नहीं बता सकता।