
पहली बार साइप्रस के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारत के दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 11 सालों में भारत ने तेज़ी से आर्थिक प्रगति की है। उन्होंने बताया कि टैक्स सुधार, जीएसटी, कॉरपोरेट टैक्स में कटौती और व्यापार करने में आसानी जैसे कदमों ने भारत को सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना दिया है।
भारत में स्टार्टअप और डिजिटल क्रांति की बात पर जोर
बता दें कि पीएम मोदी ने ये बात साइप्रस के लिमासोल शहर में आयोजित बिजनेस राउंडटेबल के दौरान कही, जहां उनके साथ साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडुलाइड्स भी मौजूद थे। जहां पीएम मोदी ने स्टार्टअप, डिजिटल क्रांति, एआई, क्वांटम टेक्नोलॉजी और इन्फ्रास्ट्रक्चर में हो रहे बदलावों पर जोर देते हुए कहा कि भारत निवेश के लिए एक शानदार मौका बन चुका है। उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया के कुल डिजिटल लेनदेन का 50% सिर्फ यूपीआई के जरिए होता है और अब साइप्रस के साथ भी इसको जोड़ने की बातचीत चल रही है।
साइप्रस भारत का भरोसेमंद साझेदार
पीएम मोदी ने साइप्रस को भारत का भरोसेमंद साझेदार बताया और पर्यटन, डिजिटल सेवाओं, शिपिंग, ऊर्जा और नागरिक उड्डयन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की बात कही। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत के कई उद्योग साइप्रस को यूरोप में प्रवेश का द्वार मानते हैं। उन्होंने ‘इंडिया-ग्रीस-साइप्रस बिजनेस एंड इन्वेस्टमेंट काउंसिल’ के गठन का स्वागत किया जो तीन देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देगा।
भारत-ईयू फ्री ट्रेड पर भी की बात
इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने उम्मीद जताई कि साल के अंत तक भारत-EU फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर सहमति बन सकती है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार को नई रफ्तार मिलेगी। उन्होंने कहा कि बिजनेस राउंडटेबल में जो सुझाव मिले हैं, वे भारत और साइप्रस के बीच आर्थिक सहयोग का मजबूत रोडमैप तैयार करेंगे।
भारत-साइप्रस के बीच कई अहम समझौते
गौरतलब है कि भारत और साइप्रस के बीच एनएसई इंटरनेशनल एक्सचेंज (GIFT सिटी, गुजरात) और साइप्रस स्टॉक एक्सचेंज के बीच एक समझौता हुआ है। साथ ही, एनपीसीआई इंटरनेशनल और यूरोबैंक साइप्रस ने सीमा पार UPI भुगतान के लिए समझौता किया है।