
हिमाचल के सात जिलों में रविवार और सोमवार को भारी बारिश की चेतावनी दी है। लगातार हो रही बारिश से शिमला में चमियाना अस्पताल जाने वाली सड़क मलबा गिरने से बंद हो गई है। वहीं, भट्टाकुफर में भी गाड़ियों पर पत्थर गिरे हैं। इसके साथ ही संजौली वार्ड के बॉथवेल इलाके में भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन से एक मकान पर मलबा गिर गया है। इसके चलते इस घर में रह रहे मां बेटी अंदर फंस गए हैं। मेयर पार्षद समेत प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने रविवार को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, सोलन व सिरमौर, जबकि सोमवार को सिरमौर, सोलन, शिमला और बिलासपुर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। एक से 4 जुलाई तक बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। सोलन, कांगड़ा, मंडी व सिरमौर जिलों के कुछ क्षेत्रों में बाढ़ की भी आशंका जताई गई है।
बीती रात हुई मूसलधार बारिश के बाद ज्यूनी खड्ड और व्यास नदी का जलस्तर अचानक तेजी से बढ़ गया। जलप्रलय जैसे हालातों से सहमे पंडोह के स्थानीय लोग एक बार फिर डरे हुए हैं। लारजी डैम में प्री-मानसून फ्लशिंग के चलते बीबीएमबी पंडोह डैम ने आज सुबह अपने पांचों स्पिलवे गेट खोल दिए, जिससे व्यास नदी में पानी का बहाव तेज हो गया है। बीबीएमबी के अधिशाषी अभियंता ने जानकारी देते हुए बताया किव्यास नदी में लगभग 44,000 क्यूसेक पानी का बहाव आ रहा है,जिसे पंडोह डेम के जरिए बराबर मात्रा में आगे छोड़ा जा रहा है,सिल्ट स्तर बढ़कर 4000 PPM तक पहुंच गया है, बग्गी सुरंग को फिलहाल बंद कर दिया गया है, जिससे डैहर पॉवर हाउस में विद्युत उत्पादन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।