
अब एनसीईआरटी की पांचवीं कक्षा की हिंदी पुस्तक ‘ वीणा’ में बच्चे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), गगनयान, पैरालंपिक, गंगा नदी, पंचतंत्र, राजा विक्रमादित्य से लेकर राजा भोज तक की कहानियां पढ़ेंगे। एआई, गगनयान और इसरो पाठ से वे आधुनिक भारत से रूबरू होंगे। वहीं, 2,500 साल पुरानी पंचतंत्र, राजा विक्रमादित्य व राजा भोज की कहानियों से उनमें नैतिक शिक्षा, व्यावहारिक ज्ञान समेत संवेदनशीलता, बुद्धिमता, नैतिकता जैसे गुणों का विकास होगा।
खास बात है कि खेल व देश प्रेम की भावना विकसित करने के लिए पैरालंपिक तैराक मुरलीकांत राजाराम पेटकर को जोड़ा गया है। वे 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में गोली लगने से लकवाग्रस्त हो गए थे। लेकिन कड़ी मेहनत से 1972 के पैरालंपिक खेलों में देश को तैराकी में पहला स्वर्ण पदक दिलाया था। इसी सत्र यानी शैक्षणिक सत्र 2025-26 में सीबीएसई समेत विभिन्न प्रदेश शिक्षा बोर्ड के पांचवीं कक्षा में एनसीईआरटी की इसी हिंदी की नई पाठयपुस्तक ‘ वीणा ‘ से पढ़ाई होगी। एनसीईआरटी के विशेषज्ञों की टीम ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत कक्षा पांचवीं के बच्चों में खेल और गतिविधि-आधारित शिक्षण व भाषा पर जोर के आधार पर इसे तैयार किया है।