शाहजहांपुर जिला कारागार में मकर संक्रांति का त्योहार एक अनूठे अंदाज में मनाया गया।
जेल में बंद 1300 पुरुष और 50 से अधिक महिला बंदियों ने मिलकर इस पर्व को सामूहिक रूप से मनाया। जेल अधीक्षक मिजाजी लाल के निर्देश पर सभी बंदियों ने सुबह स्नान कर पूजा-पाठ और भजन-कीर्तन किया।
जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने बताया कि त्योहारों को मनाने से बंदी तनाव और अवसाद से दूर रहते हैं। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति एक ऐसा त्योहार है जो मानवता के लिए सार्थक है, जहां स्नान और दान से शरीर की शुद्धि के साथ-साथ समाज सेवा भी होती है। जेल प्रशासन ऐसे आयोजनों को विशेष महत्व देता है, जिससे बंदियों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वर्तमान में जेल में करीब एक दर्जन महिला बंदियों के बच्चे भी रह रहे हैं, जिन्होंने भी इस उत्सव का आनंद लिया।
विशेष बात यह रही कि खिचड़ी भोज के लिए इस्तेमाल की गई सब्जियां जेल परिसर में ही बंदियों द्वारा उगाई गई थीं। जेल अधीक्षक और कर्मचारियों की देखरेख में बंदियों ने खिचड़ी बनाई और इन्हीं ताजी सब्जियों से सलाद तैयार किया। सभी धर्मों के बंदियों ने एक साथ बैठकर भोजन किया, जो आपसी सौहार्द का प्रतीक बन गया।