लालकुआं: पीड़ित से मिले विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी।
लालकुआं के बिन्दुखत्ता क्षेत्र में एक समाजसेवी द्वारा दलित परिवार की जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है बुधवार को विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक प्रत्याशी यशपाल आर्य सहित कई समाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने पीड़ित दलित परिवार से मुलाकात कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है ।इधर पीड़ित परिवार ने भी कुमाऊं कमिश्नर को शिकायती पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है।
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बताते चलें कि बिन्दुखत्ता राजीव नगर प्रथम कार रोड़ निवासी राजकुमार आगरी ने बीते एक सप्ताह गौलापार निवासी समाजसेवी किरन डालाकोटी पर उसकी खाली जमीन पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली में शिकायत पत्र दिया था जिसका उसने एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया था ।

वहीं समाजसेवी किरन डालाकोटी का कहना कि उन्होंने यहां जमीन खरीदी है जिसके उनके पास सभी दस्तावेज मौजूद है उन्होंने कहा कि उनके ऊपर लगाए गए सभी आरोप झुठे और गलत है तथा इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है उन्होंने इसे राजनीतिक राजनीतिक षड्यंत्र बताया है उन्होंने भी पुलिस को शिकायती पत्र सौंपते हुए निष्पक्ष जांच की मांग कि है फिलहाल पुलिस पुरे मामले कि जांच कर रही है।
इधर बुधवार की दोपहर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक प्रत्याशी यशपाल आर्य ,डां अम्बेडकर सिमित के संरक्षक दीपक चन्याल,भीम आर्मी के जिला उपाध्यक्ष हरीश कुमार लोघी, बौद्ध सिमित विनोद कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भीम आर्मी मनीष कुमार, नवीन चन्द्र, प्रमोद कुमार,हिरालाल आगरी, पप्पू आर्य, सुनील कुमार, राजेन्द्र प्रसाद सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े दर्जनों कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने पीड़ित राजकुमार आगरी से उसके आवास पर मुलाकात कर विवादित जमीन का मौका मुआयना किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि राजकुमार आगरी के ऊपर राजनीति दबाव हैं तथा पुलिस द्वारा पीड़ित परिवार को धमकाया जा रहा है यहां तक कि पुलिस ने राजनीतिक दबाव में पीड़ित को दो घंटे तक कोतवाली में बैठाए रखा जो निंदनीय है उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार दलित समाज से संबंध रखता है जिसकी वजह से उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है उन्होंने कहा कि आगामी शनिवार को पीड़ित परिवार के साथ क्षेत्र के विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी सहित दर्जनों लोग कुमाऊं कमिश्नर से मुलाकात कर पीड़ित के लिए इंसाफ की अपील करेंगे उन्होंने कहा कि अगर पीड़ित परिवार को जल्द इंसाफ नहीं मिला तो सभी लोगों पीड़ित दलित परिवार के साथ मिलकर धरने पर बैठने को मजबुर होंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी उन्होंने स्थानीय पुलिस से भी निष्पक्ष जांच की मांग कि है।