
इस्राइल और ईरान के बीच जारी संघर्ष दूसरे हफ्ते में प्रवेश कर गया है। संघर्ष विराम के लिए स्विट्जरलैंड के जिनेवा में ईरान और यूरोपीय देशों के बीच हुई बातचीत में कोई नतीजा नहीं निकला है। वहीं इस्राइल ने कहा है कि वह लंबे सैन्य अभियान के लिए तैयार है। दोनों पक्षों के बीच लगातार जारी हमलों के बीच अमेरिका भी खुलकर युद्ध में कूद गया है। अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु केंद्रों पर सफल हमले का दावा किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इसे ऐतिहासिक क्षण करार दिया है। ईरान की तरफ से भी इस्राइल में कई ठिकानों पर मिसाइलें दागी गईं।
ईरान पर अमेरिकी हमले के बीच शानिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच क्षेत्र में बढ़ते तनाव और हालिया घटनाक्रमों को लेकर गंभीर चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बातचीत के बारे में जानकारी देते हुए ट्वीट किया, हमने वर्तमान स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। हालिया तनावों पर गहरी चिंता व्यक्त की। तुरंत तनाव कम करने, संवाद और कूटनीति को आगे बढ़ाने का आह्वान दोहराया, ताकि क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता शीघ्र बहाल हो सके। बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और आपसी सहयोग को प्राथमिकता देने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से यह मानता रहा है कि संवाद और कूटनीति ही किसी भी संकट का समाधान हैं।