नैनीताल: जिले में धड़ल्ले से बन रहे अवैध मकान, शहर में 12 लोगों ने बिना नक्शे के कराया निर्माण

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त्तराखंड में नए भू-कानून के तहत जिलास्तर पर अब 100 गज (900 स्क्वायर फीट) से कम के प्लाॅट की जांच शुरू हो चुकी है। जिला विकास प्राधिकरण (डीडीए) की दो टीमों ने शनिवार को गौजाजाली उत्तर और गौलापार के तल्ला पजाया में 41 प्लाॅटों की जांच की। गौजाजाली में 12 प्लाॅट ऐसे थे जहां बिना नक्शा के निर्माण हाे रहा था वहीं तल्ला पजाया में 18 प्लाॅट में से महज दो ने ही मकान बनाने का नक्शा दिखाया। नैनीताल में 25 और भवाली के श्याम खेत में 20 प्लाॅट की जांच की गई। नैनीताल में तो बैनामा कराने वालों ने बिना नक्शा के ही निर्माण करा लिया। इनमें कई रसूखदार भी हैं। इन्हें जल्द मानचित्र दिखाने को कहा गया है।

डीडीए ने प्लॉटों की जांच पड़ताल के लिए दो टीमों का गठन किया। शनिवार को पहली टीम ग्राम देवला तल्ला पंजाया, गौलापार में पहुंची। यहां 100 गज से कम क्षेत्रफल के 18 प्लॉटों की रजिस्ट्री की जांच की। इनमें से 11 प्लॉटों की रजिस्ट्री और बैनामा की प्रति संबंधित व्यक्तियों ने उपलब्ध कराई जबकि दो व्यक्तियों ने स्वीकृत मानचित्र की प्रति दिखाई। इनके अलावा 03 व्यक्तियों ने स्टांप पर भूमि क्रय-विक्रय किया जाना बताया। जांच में पता चला कि 20 लोगों ने राजकीय भूमि पर निर्माण कर दिया है। इनके पास कोई भी वैध अभिलेख नहीं थे। इस पर राजस्व विभाग के माध्यम से कार्रवाई के लिए एसडीएम को सूचना दी गई।

दूसरी टीम गौजाजाली उत्तर, बरेली रोड हल्द्वानी में जांच के लिए पहुंची जहां 23 प्लॉटों का सत्यापन किया गया। 10 व्यक्तियों का मानचित्र स्वीकृत नहीं था। अन्य 12 ने भी मानचित्र स्वीकृति का उल्लंघन कर निर्माण कार्य किया है।

उधर नैनीताल में 25 प्लाॅट ऐसे थे जहां निर्माण कार्य चल रहा था और एक का भी नक्शा नहीं मिला। इनमें कई रसूखदार भी हैं। इन सबको नक्शा दिखाने को कहा गया है। भवाली की भी यही स्थिति रही।

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टीमों ने एक साथ अभियान चलाया। कुल 86 प्लाॅट की जांच की गई। यह सभी सौ गज से कम के हैं। नैनीताल में कुल 25 प्लाॅट के बैनामा मिले जहां नक्शा तक नहीं बनवाया गया था। श्यामखेत की भी यही स्थिति है। जांच रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी जाएगी। – विजय नाथ शुक्ल, सचिव, जिला विकास प्राधिकरण


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